बालकोनगर:  वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने विश्व महिला दिवस के अवसर पर टाउनहॉल आयोजित कर महिलाओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पद्मश्री श्रीमती शमशाद बेगम को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार तथा मुख्य अतिथि की उपस्थिति में उत्कृष्ट योगदान के लिए बालको की 83 महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर 6500 से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाने की अपनी यात्रा के बारे में बताया।

कर्मचारी और व्यावसायिक साझेदार महिलाओं की आत्मनिर्भरता, सशक्तिकरण और उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए टाउनहॉल में 400 से अधिक महिला कर्मचारी एकत्रित हुईं। इस कार्यक्रम में बालको परिवार की 12 सफल महिलाओं की यात्रा पर समर्पित पत्रिका “अनस्टॉपेबल” का भी शुभारंभ तथा साथ ही टाउनहॉल में महिला कर्मचारियों के लिए व्यक्तिगत रूप से फिट की गई ड्रेस को भी लॉन्च किया गया।इस वर्ष प्रबंधन ने बालको की चयनित 23 महिला नेतृत्वकर्ताओं को एक दिन के लिए प्रबंधन के शीर्ष पदों पर सहायक के रूप में काम करने का अवसर दिया। चयनित महिलाओं को मुख्य कार्यकारी अधिकारी से लेकर अन्य प्रमुख पद के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कार्य करने का अनुभव प्राप्त हुआ। विश्व महिला दिवस के अवसर पर बालको द्वारा शाम के समय महिलाओं के लिए एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। महिलाओं ने डांस, गाना तथा रैंप वॉक आदि विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।

बालको के सीईओ एवं निदेशक  राजेश कुमार ने कहा कि पद्मश्री शमशाद बेगम का स्वागत करते हुए पूरा बालको परिवार खुद को सम्मानित महसूस कर रहा है। प्रेरक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर आपने छत्तीसगढ़ में समुदाय की शिक्षा और उत्थान के लिए उल्लेखनीय कार्य किया हैं। सीईओ ने कहा कि हम सभी इस टाउनहॉल में कंधे से कंधा मिलाकर बालको और देश की प्रगति में योगदान दे रही महिलाओं का जश्न मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। आज महिलाएं विभिन्न रूपों में समाज को आगे बढ़ा रही हैं। बालको प्रबंधन ने ऐसा वातावरण तैयार किया है जिससे सभी को समानता के साथ आगे बढ़ने के मौके मिल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की प्रेरक सामाजिक कार्यकर्ता एवं पद्मश्री श्रीमती शमशाद बेगम युवाओं व महिलाओं की प्रेरणास्रोत हैं। इन्होंने नशामुक्त समाज बनाने तथा महिला कमांडो का एक संगठन तैयार किया। सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित महिला कमांडो को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। बालको में अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने कहा कि कंपनी में महिला कर्मचारियों का योगदान प्रशंसनीय है। महिला विकास और सशक्तिकरण से ही देश की प्रगति को दुगनी रफ्तार मिलेगी। एक सफल महिला की कहानी अन्य सभी महिलाओं के लिए प्रेरणादायी होती हैं। उन्होंने कहा कि संभावनाओं के समान अवसर पर महिलाएं खुद ही क्षमता का विकास कर सकती हैं। उन्होंने समारोह में महिला की बेड़ियां तोड़ने पर आधारित एक लोकगीत गाया जिसकी धुन पर सभी गुनगुनाने लगे।

कंपनी ने महिला कर्मचारियों के अनुकूल कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए विभिन्न परियोजना संचालित की है। इसमें चाइल्ड केयर के महत्व को ध्यान में रखकर महिला कर्मचारियों के लिए ‘क्रेच’ की सुविधा, जो शिशुसदन में 0-7 वर्ष तक की आयु के बच्चों को समर्पित कार्यवाहक द्वारा उनका समग्र देखभाल प्रदान करता है। महिलाओं को छह महीने का वैतनिक ‘मातृत्व अवकाश’ प्राप्त है। अवकाश से लौटने वाला माताओं को बच्चे के छह वर्ष के होने तक 80 मिनट का नर्सिंग ब्रेक मिलता है। महिला कर्मचारियों के लिए ‘वन डे वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी’ है जिसमें माहवारी के दौरान एक दिन घर से कार्य करने का मौका मिलता है। इसके साथ कंपनी का लक्ष्य 2030 तक महिला कर्मचारियों की संख्या 30 प्रतिशत करना है। कंपनी समय पर महिला के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित करता है। महिला स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर ब्रेस्ट कैंसर तथा आदि जांच के लिए प्रोत्साहित करता है।

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