कोरिया: कोरिया जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है। इसी क्रम में, थाना प्रभारी पटना के प्रतिवेदन एवं उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर पुलिस अधीक्षक  रवि कुमार कुर्रे द्वारा गंभीर आपराधिक प्रवृत्ति के आरोपी शक्तिपाल सिंह उर्फ शनि के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। आरोपी, जो ग्राम पूटा थाना पटना का निवासी है, लंबे समय से अवैध गतिविधियों एवं हिंसक अपराधों में लिप्त रहा है और उसके खिलाफ कई मामले विभिन्न धाराओं में दर्ज हैं। हाल ही में, उसने वन विभाग के कर्मचारियों को धमकाते हुए उनके शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की, जिसके बाद पुलिस ने उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई का निर्णय लिया।

वन विभाग के कर्मचारियों से अभद्रता और धमकी

07 मार्च 2025 को थाना प्रभारी पटना द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन में उल्लेख किया गया कि 04 मार्च 2025 की रात्रि में वन विभाग के बीट फॉरेस्ट ऑफिसर श्री राकेश कुमार पाण्डेय एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा कोयला लोड ट्रैक्टर को अपने डिपो छिंदडांड ले जाया जा रहा था। इसी दौरान, ग्राम पूटा निवासी शक्तिपाल सिंह उर्फ शनि ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ट्रैक्टर को रोक लिया और दावा किया कि कोयला उसका है एवं ट्रैक्टर उसके भाई साहू का है। जब वन विभाग के अधिकारियों ने कानूनी प्रक्रिया के तहत कोयला ले जाने का प्रयास किया, तो आरोपी और उसके साथियों ने गाली-गलौज की, जान से मारने की धमकी दी और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की। इसके बाद आरोपी ने जबरन ट्रैक्टर को अपने कब्जे में ले लिया।

यह घटना आरोपी की दुस्साहसिक प्रवृत्ति को दर्शाती है, जिसमें उसने खुलेआम सरकारी कर्मचारियों को धमकाने एवं उनके कार्य में बाधा डालने का प्रयास किया। इस कृत्य से न केवल सरकारी कार्यों में अवरोध उत्पन्न हुआ, बल्कि जनता के बीच भय और असुरक्षा की भावना भी बढ़ी।

आदतन अपराधी और आपराधिक इतिहास

जांच के दौरान यह भी सामने आया कि शक्तिपाल सिंह उर्फ शनि एक आदतन अपराधी है, जो पहले भी गंभीर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है। थाना पटना में इसके विरुद्ध 2012, 2020 और 2025 में विभिन्न अपराध दर्ज किए गए हैं, जिनमें मारपीट, गाली-गलौज, धमकी देना, सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करना एवं अन्य संगीन अपराध शामिल हैं। उसके खिलाफ पुलिस ने पूर्व में भी कई बार कानूनी कार्रवाई की थी, लेकिन वह बार-बार अपराधों को अंजाम देता रहा।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि आरोपी की आपराधिक प्रवृत्ति से आम जनता में भय का माहौल है। लोग उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने या न्यायालय में गवाही देने से डरते हैं। आरोपी की दबंगई और धमकी के कारण क्षेत्र में कानून-व्यवस्था प्रभावित हो रही है, जिससे आमजन में असंतोष एवं आक्रोश व्याप्त है।

जिला बदर की कार्रवाई के लिए कलेक्टर को भेजा गया प्रतिवेदन

आरोपी के लगातार बढ़ते अपराधों और जनता पर पड़ रहे नकारात्मक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक कोरिया श्री रवि कुमार कुर्रे द्वारा राज्य जन सुरक्षा अधिनियम की धारा 4 के तहत उसे जिला कोरिया एवं उसके सीमावर्ती जिलों से निष्कासित करने का प्रतिवेदन कलेक्टर महोदय को प्रेषित किया गया है। इस प्रतिवेदन में आरोपी के अपराधिक इतिहास, सामाजिक प्रभाव, जनता के भय एवं सार्वजनिक शांति भंग होने की संभावना को प्रमुख आधार बनाया गया है। पुलिस का मानना है कि आरोपी का क्षेत्र में बने रहना सामाजिक शांति एवं सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकता है, इसलिए उसे जिले से बाहर किए जाने की सख्त आवश्यकता है।

पुलिस अधीक्षक द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि अपराधियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसके तहत जिले के सभी थाना प्रभारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वे अपराधियों पर सतर्क निगरानी रखें एवं किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर त्वरित कार्रवाई करें।

जनता के लिए पुलिस प्रशासन का संदेश

कोरिया पुलिस आम जनता को यह स्पष्ट संदेश देना चाहती है कि कोई भी व्यक्ति यदि कानून हाथ में लेने या शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास करता है, तो उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की प्राथमिकता समाज में भयमुक्त वातावरण स्थापित करना एवं जनता को सुरक्षित महसूस कराना है।

पुलिस प्रशासन सभी नागरिकों से अनुरोध करता है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके। कोरिया पुलिस अपराध मुक्त समाज की स्थापना के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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