सुरजपुर/ओडगी – सुना है निर्वाचन की प्रक्रिया या काम निष्पक्ष होता है लेकिन आज क्यों नाराज हुए पंच परमेश्वर और दे दिया सामूहिक इस्तीफा क्या इन जनप्रतिनिधि का निर्वाचन की ऐसी प्रक्रिया से उठ तो नहीं गया विश्वास। क्योंकि आज ब्लाक मुख्यालय ओडगी मे उस दौरान गहमा गहमी का माहौल उत्पन्न हो गया जब अविश्वास प्रस्ताव पर दिये तारीख पर पहुंचे तो खुद पीठासीन अधिकारी गायब हो गये। जिसके बाद नाराज पंचों ने सामुहिक सामूहिक इस्तीफा देने का निर्णय लेकर इस्तीफा सौप दिया। सूरजपुर जिले के ओडगी ब्लाक मुख्यालय मे सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोट करने पहुंचे ग्राम पंचायत बांक के पंचों का वोटिंग किये बिना ध्वस्त हो गया। मामला जनपद पंचायत ओडगी के ग्राम पंचायत बांक का है जहां के सरपंच सचिव के मनमानी राज से ञस्त होकर पंचों ने सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन दिया था। इस पंचायत के सभी 10 पंच नाराज थे। जिसपर अविश्वास प्रस्ताव पर पहले 20 दिसम्बर की तारीख दी गई जिसे अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए 20 के जगह 22 की तिथि तय किया गया। जिसपर आज फिर जनपद पंचायत कार्यालय मे पहुंचे सभी पंच इंतजार करते रहे पर खुद पीठासीन अधिकारी पहुंचे ही नही। जबकि पता करने पर उनका फोन बंद बताने लगा। पंचों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमे तारीख पर तारीख देकर पेशी दौड़ाया जा रहा है वही जब आज हम पहुंचे तो खुद अधिकारी गायब हो गये वहीं उन्होंने कहां कि सरपंच के सपोर्ट मे राजनीतिक पार्टी के लोग साथ है इसलिए हम निर्वाचित पंचों से वोट कराने के जगह हमें घुमाया जा रहा है। जिस कारण हम पंचों का भी अब विश्वास निर्वाचन प्रणाली से उठ गया है जिसके बाद नाराज सभी पंचों ने जनपद सीईओ को अपना इस्तीफा दे दिया।