
प्रधान पाठक व विकासखंड शिक्षा अधिकारी सहित जिला प्रशासन की मदद व सूझ-बूझ से सभी स्वस्थ
अम्बिकेश गुप्ता
कुसमी।जिला बलरामपुर के विकासखंड कुसमी अंतर्गत कुसमी मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित नविन प्राथमिक शाला तुर्री पानी में अध्ययरत छात्र-छात्राओं को परोसे जाने वाले मध्यान भोजन के थाली में छिपकली (जंतु) के मिलने से अफरा-तफरी का माहौल निर्मित होगा गया।
ग्राउंड जीरो से रिपोटिंग बाद जानकारी सामने आई की जैसे ही स्कुल में पदस्थ प्रधान पाठक सरस्वती गुप्ता को उक्त मामलें की सुचना मिली तो उन्होंने तत्काल विकासखंड चिकित्सा अधिकारी को दूरभाष के माध्यम से जानकारी साझा करते हुवें सभी बच्चों का परीक्षण कराना उचित समझा. प्रधान पाठक व विकासखंड शिक्षा अधिकारी सहित जिला प्रशासन की मदद व सूझ-बूझ से मध्यान भोजन का सेवन करने वाले कुल 65 बच्चों को त्वरित परीक्षण के लिए निजी साधन व एम्बुलेंस के सहारे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुसमी लाया गया।
24 घंटे निगरानी के बाद सभी बच्चों को भेजा गया वापिस गृह ग्राम
स्वास्थ्य विभाग से जानकारी सामने आई की करीब 3 बच्चों ने पेट में दर्द होना बताया जिनका उपचार के कुछ देर बाद स्थिति सामान्य होगा गया. बाकि के 62 बच्चे परीक्षण में पुरी तरह स्वस्थ पाए गए। एहतिहात के तौर पर सभी बच्चों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर बसंत सिंह के मार्गदर्शन पर 24 घंटे के लिए निगरानी में लेते हुवें कुसमी स्थित कन्या व बालक छात्रावास में रखा गया हैं। ताकि रात में किसी प्रकार की परेशानी उत्पन्न हो तो उनका त्वरित देख – रेख किया जा सकें. जानकारी के अनुसार स्कुल में कुल 110 बच्चे अध्ययन रत हैं. जिनमें गुरुवार को कुल 101 बच्चे उपस्थित थे तथा मध्यान भोजन 65 बच्चों ने किया था. वहीं जाँच के बाद निगरानी में रखने के बाद अगले दिन शुक्रवार को सुबह करीब 11 बजे भोजन कराकर स्वस्थ हालत में सभी बच्चों को वापिस उनके गृहग्राम गजाधरपुर भेज दिया गया हैं।
पूरा मामला पढ़े..
नविन प्राथमिक शाला तुर्रिपानी की प्रधान पाठक सरस्वती गुप्ता रोज की तरह अपने विद्यालय में अध्ययापन करा कर मध्यान भोजन के बाद निर्धारित समय में अपने निवास स्थल जैसे ही पहुंची कि दूरभाष के माध्यम से स्कूल में पदस्थ शिक्षिका सुषमा के द्वारा बताया गया कि स्कूल के बच्चे जो मध्यान भोजन किए थे उसमें छिपकली निकल गया है। जिसकी सूचना मिलते ही प्रधान पाठक तत्काल वापस पुनः स्कुल पहुंच गई और उन्होने बच्चों के घर जा-जा कर हाल-चाल जाना तो बताया गया कि हंसिका जो कक्षा चौथी की क्लास छात्र है। उसकी थाली में छिपकली निकला है इसके बाद मध्यान भोजन करने वाले कुल 65 बच्चों को उनकी बेहतर स्वास्थ्य के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुसमी एंबुलेंस एवं निजी साधन से भिजवाया गया. इसी बिच सुचना पर नविन प्राथमिक शाला तुर्रिपानी में तहसीलदार सुनील गुप्ता व सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी नंदकुमार गुप्ता ने टीम सहित पहुंच कर मामलें का जायजा लेकर पंचनामा कार्यवाही तैयार किया. बहरहाल सभी बच्चे स्वस्थ हैं।
सहायिकाओं की लापरवाही आई सामने..
वहीं मध्यान भोजन का संचालन “भूमि सहायता समूह” के द्वारा किया जाना बताया गया है तथा बच्चों को मध्यान भोजन करने की संपूर्ण जिम्मेदारी विद्यालय में कार्यरत तीन सहायिकाओ की देख-रेख में होना सामने आया है। जिनमें तीन सहायिका झालो बाई, लीलावती, गायत्री देवी शामिल हैं उक्त सहायिकाओं के लापरवाही कारण माध्यम भोजन में छिपकली मिलने की घटना सामने आई हैं पुरे मामलें की जाँच में प्रशासन जुट गया हैं। राहत भरी खबर अब तक हैं की समय रहते प्रधान पाठक व विकास खंड शिक्षा अधिकारी सहित जिला प्रशासन के द्वारा सही निर्णय लेकर सर्व प्रथम मध्यान भोजन करने वाले सभी बच्चों का परीक्षण करा दिया गया. यहीं वजह रही की किसी प्रकार के अनहोनी की खबर सामने नहीं आई हैं।
किसने क्या कहा..
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बसंत सिंह अपने साथ चिकित्सकों की टीम लेकर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र कुसमी पहुचे उन्होंने सभी बच्चों को स्वस्थ व सामान्य होना बताया है।
विकास खंड शिक्षा अधिकारी रामपाथ यादव ने कहा इस मामले की सुचना मिलते ही उच्च अधिकारीयों को इसकी जानकारी दी गई. मै स्वम भी पुरे मामले में स्वास्थ्य केंद्र कुसमी में उपस्थित रहकर बच्चों के परीक्षण के दौरान उनका देख- रेख करता रहा. सभी बच्चे स्वस्थ हैं।
प्रधान पाठक सरस्वती गुप्ता ने कहा सब्जी में छिपकली मिलने की सुचना जैसे ही मिली मैंने तुरंत अपने विभाग के उच्च अधिकारीयों दूरभाष पर सुचना दी. भोजन का सेवन करने वाले सभी बच्चों को खोज – खोजकर 65 बच्चों को परीक्षण के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचवाया. परीक्षण के बाद सभी बच्चे स्वस्थ हैं।
अफवाहों के बिच फैली खबर पर सच का पड़ताल
इस मामले की सुचना आग की तरह फैलने के बाद कई अखबारों, न्यूज चैनलों व वेब पोर्टल पर ब्रेकिंग खबर चलाई गई। अफवाहों को भी दिखाया बताया गया। अफवाहों के बिच निकली खबर में बताया गया की स्कुल में 150 बच्चे दाखिल हैं, 110 बच्चे स्कुल आये थे, 101 बच्चे मध्यान भोजन का सेवन किए, 65 बच्चे बीमार होकर भर्ती हैं वगैरह- वगैरह। जबकी ग्राउंड जीरो से मामले के पड़ताल के बाद सच सामने आई की स्कुल में 110 बच्चों का दाखिला हैं, गुरुवार को 101 बच्चे उपस्थित थे। जिनमें 65 बच्चे मध्यान भोजन का सेवन किए थे. 3 बच्चों के पेट में दर्द की शिकायत आई. तो सभी ने मिलकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुसमी में मध्यान भोजन करने वाले 65 बच्चों का चेकअप कराना उचित समझा। अधिक संख्या में बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देख कई वर्गों ने बिना कुछ जाने तमाम तरह की अफवाहों को फैला दी। जबकी हकीकत कुछ और ही निकला।