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छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के चार शहरों रायपुर, दुर्ग, कोरबा व रायगढ़ के कोल, स्टील व सराफा कारोबारियों के करीब 35 ठिकानों पर आयकर विभाग ने गुरुवार को भी जांच जारी रखी है। सूत्रों के अनुसार जांच में सभी कारोबारी समूहों को मिलाकर 200 करोड़ रुपए से ज्यादा के बेनामी ट्रांजेक्शन का पता चल चुका है। इससे बड़ी कर चोरी के खुलासे की संभावना है।छापेमार दलों को पांच ठिकानों से अब तक 4 करोड़ से ज्यादा की नगदी और 3 करोड़ से ज्यादा की ज्वेलरी का पता चला गया है। राजधानी के कोयला ट्रेडिंग कारोबारियों के यहां भी अच्छा-खासा कैश मिलने की बात आई है, जिसकी गिनती अब तक जारी है। सभी ठिकानों पर कार्रवाई शुक्रवार रात तक चलने की संभावना है। आयकर विभाग की टीम कोरबा के कारोबारी राजकुमार अग्रवाल और भगवानदास अग्रवाल के शो रूम और ऑफिस में जांच के दौरान अचानक कारोबारियों के घर पहुंची और वहां पड़ताल की गई। इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। नोटों की गिनती के लिए कैश गिनने वाली मशीन मंगवाए जाने की भी सूचना है। बता दें कि आयकर कीटीम ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के चार जिलों के दर्जनभर कारोबारियों के तीन दर्जन ठिकानों पर दबिश दी थी। जीएसटी का धमतरी में छापा सेंट्रल जीएसटी की टीम ने गुरुवार को धमतरी में एक साथ तीन जगहों पर छापेमारी की। 14 अफसरों की टीम लगातार 10 घंटे तक तीन संस्थानों में जांच करती रही। जिन संस्थानों में छापे मारे गए हैं, वहां के डायरेक्टर अनाज व बर्तन का कारोबार करते हैं। अफसरों का कहना है कि अभी सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इसलिए गड़बड़ी का खुलासा जल्द ही किया जाएगा। हालांकि इन कारोबारियों के रिटर्न पर ही कई सवाल खड़े हो रहे हैं, इस वजह से अफसरों की टीम मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है। इसमें एक कारोबारी का नाम संजय बरडिया का बताया जा रहा है।