[responsivevoice_button voice=”Hindi Female” buttontext=”Listen to Post”]

छत्तीसगढ़।बरसात से खुले में रखा धान खराब होने के बाद खाद्य मंत्री और वरिष्ठ अफसरों की नाराजगी की गाज समिति प्रबंधकों पर गिरी है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की नाराजगी के बाद प्रशासन ने रायपुर जिले में ही 6 समिति प्रबंधकों को निलंबित कर दिया है। इस कार्रवाई की जद में मंदिर हसौद, दोंदेकला, बंगोली, नारा, जरौद और सरोरा समितियों के प्रबंधक आये हैं। मार्कफेड के जिला विपणन अधिकारी को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह भगत ने बुधवार को रायपुर जिले के धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। मंदिर हसौद, जरौद और नारा स्थित खरीदी केंद्रों को देखने पहुंचे थे। मंदिर हसौद में तो समिति प्रबंधक ही मौजूद नहीं थे। वहीं बरसात से धान को बचाने का पर्याप्त इंतजाम भी नहीं था। कुछ दूसरे केंद्रों पर धान के बोरे सिले हुए भी नहीं थे। कैप अवर अधूरा था। इससे नाराज मंत्री ने रायपुर कलेक्टर, खाद्य विभाग और मार्कफेड के वरिष्ठ अधिकारियों से जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई का निर्देश दिया था। बाद में रायपुर बरसात से खुले में रखा धान खराब होने के बाद खाद्य मंत्री और वरिष्ठ अफसरों की नाराजगी की गाज समिति प्रबंधकों पर गिरी है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की नाराजगी के बाद प्रशासन ने रायपुर जिले में ही 6 समिति प्रबंधकों को निलंबित कर दिया है। इस कार्रवाई की जद में मंदिर हसौद, दोंदेकला, बंगोली, नारा, जरौद और सरोरा समितियों के प्रबंधक आये हैं। मार्कफेड के जिला विपणन अधिकारी को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। प्रदेश भर में मंगलवार से हो रही बरसात और ओलावृष्टि को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को नए निर्देश जारी किए। उन्होंने बरसात से हुए नुकसान का आकलन करने और खरीदी और संग्रहण केंद्रों में रखे धान को भीगने से बचाने का उपाय करने को कहा था। उसके बाद जिलों के विभिन्न श्रेणी के अफसर सक्रिय हुए। खरीदी और संग्रहण केंद्रों में पहुंचकर धान पर कैप कवर लगवाया। पानी के निकासी की व्यवस्था आदि कराई।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!