बलरामपुर: मुख्यमंत्री ने जिले के प्रभारी मंत्रियों को कोविड संक्रमण के नियंत्रण, रोकथाम तथा तैयारियों के संबंध में बैठक कर जानकारी लेने व शासन की मंशा से अवगत कराने के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन व श्रम मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आज सामरी विधायक चिन्तामणी महाराज, रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, प्रशासनिक अधिकारियों, नगरीय निकाय, जनपद पंचायतों के प्रतिनिधियों तथा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों, पत्रकारों के साथ वर्चुअल बैठक कर जिले में कोविड-19 तैयारियों की जानकारी ली। प्रभारी मंत्री श्री डहरिया ने जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, सामाजिक संगठनों तथा समाज सेवियों से चर्चा कर उनसे कोरोना नियंत्रण एवं आवश्यक व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने लोगों को कोविड अनुरूप व्यवहार के प्रति जागरूक करने की अपील की और कहा कि नागरिक भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाने से बचें। मास्क का उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अति आवश्यक होने पर ही घर से निकलें। मंत्री श्री डहरिया ने कहा कि शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन कराया जाये। भीड़-भाड़ वाले इलाकों की कड़ी निगरानी की जाये तथा मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग सुनिश्चित करायें। अंतर्राज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों में होने वाले आवागमन को देखते हुए कोविड जांच कराया जाये। उन्होंने कहा कि 24 घण्टे कोविड कन्ट्रोल रूम संचालित हो और लोगों की सहायता की जाये। साथ ही प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की सतत् निगरानी की जाये। औद्योगिक प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों का शत्-प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित किया जाये तथा संचालक को निर्देशित करें कि कोई भी व्यक्ति संक्रमित होने पर सवैतनिक अवकाश दें। मंत्री डॉ. डहरिया ने जनप्रतिनिधियों सहित जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान आप लोगों ने भरपूर सहयोग प्रदान किया था, जिससे संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद मिली थी। इसी तरह का सहयोग तीसरी लहर के दृष्टिगत आप सभी से अपेक्षित है।
कलेक्टर कुन्दन कुमार ने प्रभारी मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों को अवगत कराते हुए कहा कि जिले में कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन ने जरूरी तैयारी पूर्ण कर ली है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी प्रवेश मार्गों में कोरोना का जांच अनिवार्य किया गया है तथा कड़ी निगरानी रखी जा रही है। प्रमुख अंतर्राज्यीय चेकपोस्ट धनवार तथा कन्हर के निकट 50-50 बेड का आइसोलेशन सेन्टर तैयार किया गया है। साथ ही संक्रमितों त्वरित पहचान के लिए 24 घण्टे के भीतर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है, जिसके लिए 225 टीम का गठन कर लिया गया है। वर्तमान में 50 मरीज संक्रमित हैं जो होम आइसोलेशन में हैं। जिले में दो 1000 एलपीएम क्षमता वाली ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील है तथा 418 नग ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर भी उपलब्ध है। वहीं जिले में 1189 बिस्तर कोविड संक्रमित मरीजों के लिए उपलब्ध हैं जिसमें में 582 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर हैं। विभिन्न प्रतिनिधियों द्वारा दिये गये सुझावों पर कलेक्टर ने परिस्थिति के अनुरूप कार्यवाही करने की बात कही। विशेष रूप से बच्चों के संक्रमित होने के कारण स्कूल बंद करने के सुझाव पर उन्होंने कहा सेक्शन के आधार पर बच्चों को बांटा गया है। यदि किसी सेक्शन का बच्चा संक्रमित पाया जाता है तो उस सेक्शन को बंद किया जा रहा है। साथ ही आगे भी जनहित में सभी जरूरी फैसले लिये जायेंगे, जिससे आप सभी को अवगत कराया जायेगा।इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.पैंकरा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार नायक, संयुक्त कलेक्टर एच.एल. गायकवाड. सहित अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।