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नई दिल्ली: पुणे में तेज रफ्तार से चल रही एक मिनी बस का ड्राइवर (Bus Driver) अचानक बेहोश हो गया जिससे अनियंत्रित हो गई. इसलिए बस में बैठे ज्यादातर यात्री बुरी तरह घबरा गए. लेकिन इन्हीं यात्रियों में बैठी एक महिला ने हैरान कर देने वाला कारनामा कर दिखाया. दरअसल पुणे (Pune) के वाघोली की 42 वर्षीय महिला योगिता सातव ड्राइवर को बेहोश पड़ा देखकर तुरंत अपनी सीट से उठीं और बस का स्टेरिंग को अपने कंट्रोल में लिया. कमाल की बात ये है कि उन्होंने अपनी जिंदगी में पहली बार बस का स्टेरिंग अपने हाथ में लिया और सभी यात्रियों की जान बचा ली.योगिता सातव ने करीब 25 किलोमीटर मिनी बस चलाई. उन्होंने हॉस्पिटल (Hospital) में ड्राइवर का इलाज सुनिश्चित कराया जिससे उसकी जान बच गई. ये घटना सात जनवरी को उस वक्त घटी जब वाघोली से बीस लोग पिकनिक मनाने मोराची चिंचोली गए थे. वहां एक दिन गुजारने के बाद यात्रियों का ग्रुप अगले दिन शाम पांच बजे से वापस चल दिया. मगर थोड़ी ही तय करने के बाद बस ड्राइवर (Driver) को अचानक बैचेनी की शिकायत हुई. जिसके बाद ड्राइवर को चक्कर आने शुरू हो गए, जिस वजह से उसे कुछ नहीं दिख रहा था. ऐसे में बस पर ड्राइवर का नियंत्रण भी नहीं था. ये नजारा देख बस में बैठे लोग बुरी तरह चिल्लाने लगे. इस वाकये को याद करते हुए सविता कहती हैं- मैं उनके पास पहुंची और पूछा क्या परेशानी है? ड्राइवर ने मुश्किल से मुझे बताया कि मैं सहज महसूस नहीं कर रहा. तब मैंने कहा कि अगर उन्हें बस चलाने में परेशानी हो रही है तो मैं चला लूंगी. इसी दौरान बस ड्राइवर बेहोश हो गया. इसलिए मैंने अन्य यात्रियों को बताया कि मैं बस (Bus) चलाउंगी क्योंकि कार चलाना जानती हूं. पिकनिक जाने वाली एक अन्य महिला ने बताया कि हमें मालूम था कि योगिता बस चला सकती हैं. जब उन्होंने खुद बस चलाने को कहा तो हम सभी तुरंत सहमत हो गए. हमें उस इलाके से बाहर निकलना था क्योंकि पूरी सड़क सुनसान थी और अंधेरा हो चुका था. बस ड्राइव (Bus Drive) करते हुए योगिता का वीडियो (Video) अभी इंटरनेट की दुनिया छाया हुआ है. वीडियो अभी तक हजारों लाखों बार देखा जा चुका है. इसे यूट्यूब परभी अपलोड किया गया है. इस वीडियो को देखने के बाद हर कोई योगिता की जमकर तारीफ कर रहा है. वहीं बस में मौजूद लोग भी इस बात का शुक्र मना रहे हैं कि योगिता की वजह से वो किसी दुर्घटना का शिकार होने से बच गए.