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अंबिकापुर।सूरजपुर जिले के प्रतापपुर क्षेत्र के दरहोरा जंगल की पहाड़ी पर 11 हजार केवी हाइटेंशन तार के नीचे आने से एक और हथिनी की मौत हो गई। करंट के कारण हथिनी की पीठ पर एक इंच तक गहरा घाव हो गया था। अब वन विभाग कह रहा है कि उसने एक महीना पहले हाईटेंशन तार को दो मीटर ऊपर करने कहा था, तो बिजली विभाग कह रहा कि आगे करेंगे। इस बीच हाथियों का दम तोड़ना जारी है। विधानसभा में दी गई एक जानकारी के मुताबिक अब तक 60 हाथियों ने इस तरह करंट की चपेट में आकर जान दे दी है।सूरजपुर डीएफओ डीएस भगत ने बताया कि दरहोरा जंगल में चार हाथी एक साथ घूम रहे थे। इस दौरान एक पहाड़ीनुमा स्थान से होकर 11केवी का तार गुजरा था। पहाड़ी के ऊंचाई की तरफ तार 12-15 फीट ही ऊपर था। उसी के नीचे हथिनी आ गई और उसके संपर्क में आने से तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई। यह देखकर बाकी हाथी काफी देर तक चिंघाड़ते रहे, लेकिन ग्रामीण डर से जंगल नहीं गए और रात में इसकी जानकारी वन विभाग को फोन पर दी। डीएफओ डीएस भगत ने बताया कि प्रतापपुर के रेंजर ने एक माह पहले ही बिजली विभाग के अफसरों को कम ऊंचाई वाले तार को हटाने या उनकी ऊंचाई बढ़ाने पत्र लिखा था। इसपर काम चल रहा है।
सुप्रीम कोर्ट का नोटिस है
पशु अधिकार कार्यकर्ता प्रेरणा सिंह बिंद्रा ने बिजली से हाथियों की मौत पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। सीजेआई एनवी रमन्ना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने 17 राज्यों को नोटिस दिया है।बिजली विभाग के इंजीनियर एसके खाखा ने बताया कि जहां-जहां हाइटेंशन लाइन नीचे है, वहां हाइट बढ़ाई जा रही है। ईई को बोलता हूं कि जहां घटना हुई है, कल ही जाकर जांच कर हाइटेंशन तार ऊपर कराएं।
चाहिए 1674 करोड़
बिजली विभाग के मुताबिक लाइन की ऊंचाई बढ़ाने और कवर्ड कंडक्टर लगाने कुल 1674 करोड़ लगेंगे। इस पर ध्यान नहीं दिया गया और सीएसपीडीसीएल और वन विभाग की आपसी तनातनी से हाथियों की मौत हो रही है।