छत्तीसगढ़, एजेंसी: जशपुर जिले मनोरा ब्लॉक में पुलिस ने 3 साल से फरार चल रहे गबन के आरोपी सरपंच को गिरफ्तार किया है। आरोपी सरपंच ने सचिव के साथ मिलकर 6.20 लाख रुपए से ज्यादा के विकास कार्य की राशि हड़प ली थी। दोनों आरोपियों ने पहले बिना प्रस्ताव पास कराए, रुपए खाते से निकाल लिए। फिर निर्माण कार्य की राशि का भी गबन कर लिया था। जांच के दौरान ही सचिव की पहले मौत हो चुकी है।

मनोरा जनपद के तत्कालीन CEO योगेंद्र श्रीवास ने फरवरी 2018 में ग्राम पंचायत कांटाबेल के सरपंच लक्ष्मण राम और सचिव के खिलाफ शासकीय राशि में अनियमितता को लेकर FIR दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया था कि नवंबर 2015 से अप्रैल 2017 तक सरपंच और सचिव ने मिलकर गबन किया है। ग्रामीणों और पंचों की शिकायत पर कलेक्टर ने नायब तहसीलदार मनोर परमेश्वर मंडावी और पंचायत निरीक्षक माधव शर्मा से जांच कराई थी।

सरपंच लक्ष्मण राम प्रधान और सचिव को विकास कार्यों के लिए साल 2015-16 और 2016-17 में 20.15 लाख रुपए से ज्यादा आबंटित हुआ था। इसमें पंचायत ने 18.71 लाख रुपए से ज्यादा की राशि का खर्च हो जाना बताया था। जांच में पता चला कि सरपंच और सचिव ने बिना प्रस्ताव के ही 4.23 लाख रुपए से ज्यादा का भुगतान किया। वहीं बिना निर्माण कार्य राए ही 1.97 लाख रुपए का गबन कर लिया। ऐसे में 6.20 लाख रुपए से ज्यादा की वसूली की जानी थी।

हालांकि सत्यापन के दौरान पता चला कि वसूली योग्य राशि 3.09 लाख रुपए से ज्यादा है। सरपंच और सचिव दोनों ने मिलीभगत कर राशि का गबन किया है। उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ। अभी जांच चल ही रही थी कि सचिव की मौत हो गई। जबकि FIR दर्ज होने के बाद सरपंच भाग निकला। इसके बाद से पुलिस उसे तलाश कर रही थी। रविवार को सरपंच के उसके घर आने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

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