ठेकेदार पर कौन है मेहरबान विभाग या खादी
सुरजपुर – सूरजपुर जिले के ओड़गी विकासखंड क्षेत्र मे प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रहे शंकर चौक पालदनौली से नवाटोला तक 70 किलोमीटर की स्वीकृत सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ गई है। जहां एक ओर ग्रामीण ठेकेदार के द्वारा कछुए की चाल से कराये जा रहे निर्माण कार्य से परेशान है। वहीं ठेकेदार इस सड़क निर्माण मे वनांचल क्षेत्र का लाभ उठाते हुए खुलेआम सड़क निर्माण मे भ्रष्टाचार कर रहा है।
जहां ठेकेदार के द्वारा वनांचल क्षेत्र का लाभ उठाते हुए पुराने रोड की मटेरियल को जेसीबी से उखाड कर पुनः सडक निर्माण मे उक्त मटेरियल का उपयोग किया जा रहा है वही लंबे समय के बाद एक बार फिर स्वीकृत हुए सडक के निर्माण मे गुणवत्ता को ताक मे रख ठेकेदार के द्वारा घटिया स्तर का डब्लू एम एम डालकर और कम मोटाई मे डब्लू एम एम बिछा कर खानापूर्ती किया जा रहा है। और विभागीय अधिकारी स्थल निरीक्षण के बजाये कार्यालय से मानिटरिंग कर मौन संरक्षण दिये बैठे है। ना इन अधिकारीयो को सड़क की गुणवत्ता देखने की फुर्सत है और ना ही लगता है कि इनको सड़क कि गुणवत्ता से कोई लेना देना है। ऐसे घटिया निर्माण का ना कोई मानीटरिंग हो रहा है और ना ही विभाग ऐसे निर्माण पर कोई अंकुश लगा पा रहा है। जिससे एक ओर ठेकेदार की मनमानी दिन प्रतिदिन बढते जा रही है । वर्षो बाद चांदनी बिहारपुर क्षेत्र के लोगो को गढ्ढे से मुक्ति की आस जगी तो इधर ठेकेदार के सुस्त रवैये के काम और घटिया निर्माण से जल्द सड़क के खराब होने कि चिंता से लोगो मे ठेकेदार और विभाग की मनमानी से आक्रोश व्याप्त है।
एक एक फिट गढ्ढे को कैसे कर दिये नजरअंदाज-
चांदनी बिहारपुर क्षेत्र मे जहां नेताओ से लेकर जिले के आला अधिकारियों का दौरा इस कदर चला कि क्षेत्र के लोगों की एक ओर उम्मीद जगी की अब हमारे क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित जर्जर सड़क की समस्या और ठेकेदार के कछुए की चाल वाली सड़क निर्माण से मुक्ति के साथ घटीया निर्माण पर अंकुश लग जायेगा लेकिन कई महिनो तक चले नेताओ और अधिकारियों के दौरे लेकिन इन लोगो को भी सड़कों मे एक एक फिट गढ्ढे और ठेकेदार की घटीया निर्माण पर नजर नही पडी या साहब सड़क की ऐसी दशा देख कर भी कही नजरअंदाज तो नही कर दिये।
12 किलोमीटर जाने मे लगता है दो घंटा –
प्रधानमंत्री सड़क मे लोगो को अब चलना तो दूर वाहन से महज 12 किलोमीटर का याञा करने मे सोचना पडता है जहां महज ओडगी पालदनौली चौक से बांक तक जाने मे लोगो को 2 घंटे का समय वाहन से लगता है सड़क मे इतने गढ्ढे और जर्जर सड़क है कि लोग जान जोखिम मे डालकर उस क्षेत्र के लोगों को मजबूरन चलना पड़ता है लेकिन ठेकेदार से लेकर उच्च विभागीय अधिकारियो को यह सड़क की दशा कैसे नजर नही आ रही है समझ से परे है।