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नई दिल्ली (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 86वें एपिसोड में देश और दुनिया के सामने आ रही चुनौतियों का जिक्र किया है। इस ऐपिसोड से पहले उन्होंने देशवासियों से उनके विचार भी मांगे थे। अपने एक ट्वीट में उन्होंने लोगों से कहा था कि वो 27 फरवरी को प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम केलिए अपना रिकार्ड मैसेज या विचार नमो एप पर भेजें। पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले समय में देशवासी होली के पर्व के लिए जुट जाएंगे।पीएम ने इसकी शुभकामनाओं के साथ इसको सतर्कता से भी मनाने की अपील की। साथ ही ये भी कहा कि इस मौके पर लोग अधिक से अधिक स्वदेशी चीजों को खरीदें और उनका इस्तेमाल करें। अपने इस एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि इस माह की शुरुआत में आयुष स्टार्ट अप चैलेंज शुरू हुआ था। इसका लक्ष्य स्टार्ट अप्स को पहचान कर उन्हें सपोर्ट करना है। उन्होंने इसमें हिस्सा लेने की सभी से अपील की है। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में देश में आयुर्वेद के प्रचार प्रसार पर बहुत ध्यान दिया गया। आयुष मंत्रालय का गठन से चिकित्सा और स्वास्थ्य से जुड़े हमारे पारंपरिक तरीकों को लोकप्रिय बनाने के संकल्प को और अधिक मजबूती मिली है। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि बीते कुछ समय में आयुर्वेद के क्षेत्र में भी नए स्टार्टअप सामने आए हैं।
उन्होंने तंजानिया के भाई बहन किलि पाल और नीमा का जिक्र करते हुए कहा कि इनका जिक्र सभी ने सुना होगा। उनके अंदर भारतीय संगीत के लिए जबरदस्त जुनून है। अपनी इसी दीवानगी की वजह से वो इतने लोकप्रिय भी हैं। उनके लिप सिंक के तरीके से पता चलता है कि वो इसके लिए कितनी मेहनत करते हैं। कुछ दिन पहले हमारा राष्ट्रगान जन गण मन गाते हुए उनका एक वीडियो भी काफी लोकप्रिय हुआ था। उन्होंने लता जी का गाना गाकर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी थी।
साल 2019 में हिन्दी दुनिया की सबसे ज़्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में तीसरे क्रमांक पर थी। इस बात का भी हर भारतीय को गर्व होना चाहिए। भाषा केवल अभिव्यक्ति का ही माध्यम नहीं है, बल्कि भाषा, समाज की संस्कृति और विरासत को भी सहेजने का काम करती है। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही हमने मातृभाषा दिवस मनाया। उन्होंने कहा कि जैसे हमारे जीवन को हमारी मां गढ़ती है वैसे ही मातृभाषा भी हमारे जीवन को गढ़ती है। जैसे हम अपनी मां को नहीं छोड़ सकते वैसे ही अपनी मातृभाषा को भी नहीं छोड़ सकते।
पीएम मोदी ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में भारत इटली से अपनी एक बहुमूल्य धरोहर को लाने में सफल हुआ है। ये धरोहर अवलोकितेश्वर पद्मपाणि की हजार साल से भी अधिक पुरानी प्रतिमा है। ये मूर्ति कुछ वर्ष पहले बिहार में गया के देवी स्थान कुंडलपुर मंदिर से चोरी हो गई थी। ये एपिसोड ऐसे मसय में हो रहा है जब रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग जारी है। इसका खामियाजा पूरा विश्व उठा रहा है। हजारों की संख्या में भारतीय भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं और मुश्किल हालातों में अपना जीवन गुजार रहे हैं। वहीं भारत सरकार की पहली प्राथमिकता वहां मौजूद भारतीयों को सुरक्षित वापस लाना है। इसके लिए भारत ने विशेष विमानों के जरिए अपनी पहल भी शुरू कर दी है। अब तक यूक्रेन में फंसे सैकड़ों लोगों को स्वदेश वापस लाया जा चुका है। अन्यों को वहां से लाने की भी पूरी तैयारी है। इस बीच पीएम मोदी ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की है। उनका कहना है कि दोनों के बीच किसी भी विवाद को बातचीत के जरिए ही सुलझाना चाहिए। आपको बता दें कि मन की बात की पहली कड़ी 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित की गई थी। तब से लेकर आज तक ये कार्यक्रम निरंतर प्रसारित किया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों का सुझाव लेकर बात करते हैं। इसमें वो लोग भी शामिल किए जाते हैं जिन्होंने अपने काम से लोगों के जीवन में कुछ बेहतर करने का प्रयास किया है।