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बलरामपुर। बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत पहाड़खडूआ व अलखनारा गांव में बीती दरम्यानी रात्रि बहरादेव हाथी ने 4 मकान को तोड़ डाला मकान के अंदर रखे अनाज को खा गया। हाथी के चिंघाड़ से गांव के ग्रामीण रतजगा करने पर विवस है। मौके पर पहुंचे वन परिक्षेत्राधिकारी अजय तिवारी व भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष शिवनाथ यादव। हाथी से हुए नुकसान का वनकर्मी मौके पर पहुंच मुआवज़ा प्रकरण तैयार कर रहें है।

राजपुर वन परिक्षेत्र के आसपास के गांवो में बहरादेव हाथी करीब एक साल से विचरण कर रहा है। एक साल में करीब 60 मकान व 19 हेक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचाया है। 26 फरवरी को चाची गांव, 27 फरवरी को ओकरा गांव से शंकरगढ़ के कमारी गांव पहुंच गया। बीती दरम्यानी रात्रि पहाड़खड़ूआ के अलखनारा गांव पहुंचकर प्यारा पिता वीरसाय उरांव, महेंद्र पिता चिभन उरांव व विंडो उरांव पिता लादू उरांव के मकान को तोड़ने के बाद मकान के अंदर रखे अनाज को खा गया इसके बाद गोरयाडोल गांव पहुंचकर प्रदीप पिता मंगल साय के मकान को तोड़ डाला मकान के अंदर रखे अनाज को खा गया।

वही किसानो के फ़सल को नुकसान पहुंचाया।बीती दरम्यानी रात्रि में वन परिक्षेत्राधिकारी अजय तिवारी वनकर्मियों के साथ शंकरगढ़ के कमारी पहुंचकर जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी। गांव के ग्रामीण हाथियों के चिंघाड़ से रतजगा करने में विवस रहें।

पहाड़खड़ूआ सहित अलखनारा, गोरयाडोल, ठरकी, झींगों, कर्रा, कुंदी, चांची, भिलाई खुर्द, बाटीडांड़, भेस्की, बघिमा, बरियों, बादा, डकवा, खुखरी, मंदरीडांड़, उधवाकठरा, उधेनुपारा, सुपकोना, गोपालपुर, मुरका, रेवतपुर, जामदोहर, खोखनिया, कुंदीखुर्द, बदौली आदि गांव प्रभावित क्षेत्र है। वर्तमान में हाथी ठरकी, अतौरी होते हुए प्रतापपुर क्षेत्र में विचरण कर रहा है।

वनकर्मी आसपास के गांवों में  पहुंचकर गजवाहन से हाथियों से दूर रहने के लिए लाउडस्पीकर से एनाउंस करा रहें है। मौके पर वन परिक्षेत्राधिकारी अजय तिवारी ने ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश देते हुए ग्रामीणों को टार्च, मिर्चा पाऊडर, टायर मसाल, पंपलेट प्रदान किया।

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