कोरिया: आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में महावारी को लेकर महिलाएं खुलकर बात नहीं करतीं। जागरूकता के अभाव और पुरानी धारणाओं के कारण उनके स्वास्थ्य में भी इसके गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिलते हैं। इन्हीं धारणाओं को तोड़ने और माहवारी स्वच्छता के प्रति ग्रामीण महिलाओं और बालिकाओं को जागरूक करने के लिए जिले के विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के ग्राम कंचनपुर के शक्ति स्व सहायता समूह की महिलाएं स्कूलों, महाविद्यालयों एवं घर-घर जाकर महिलाओं से इस विषय पर बात कर उनकी शंकाओं का समाधान कर रही हैं। समूह की महिलाओं द्वारा स्त्री स्वाभिमान के नाम से सेनेटरी पेड का निर्माण भी किया जा रहा है।
3 महीनों में ही 2 हजार से अधिक सेनेटरी पैड का किया निर्माण, विक्रय से 60 हजार का लाभ मिला
समूह की महिलाओं ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत आजीविका चुनने का अवसर मिला। तब महिलाओं की इस समस्या पर काम करने के उद्देश्य से सेनेटरी पैड निर्माण कार्य चुना। ट्रेनिंग के बाद दिसम्बर 2021 से शुरू किए गए काम में 3 महीनों में ही 2 हजार से अधिक सेनेटरी पैड का निर्माण किया है। इनके विक्रय से अब तक समूह को 60 हजार रुपए का शुद्ध लाभ भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि सेनेटरी पैड का नाम स्त्री स्वाभिमानष् रखा गया है, सेनेटरी पैड निर्माण के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में समूह की महिलाएं स्वास्थ्य और स्वच्छता पर जागरूकता भी फैला रही हैं।
स्कूलों, महाविद्यालयों एवं घर-घर जाकर बालिकाओं, महिलाओं को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति कर रहीं जागरूक
समूह की महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर महिलाओं में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है। शिविर के माध्यम से बालिकाओं को अपने स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जानकारी दे रही हैं। समूह की महिलाओं ने बताया कि ग्राम पंचायतों में भी शिविर लगाए जा रहें है जिसमे महिलाओं को सेनेटरी पैड के उपयोग, इसके फायदे एवं महावारी के समय रखे जाने वाली स्वच्छता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा रही है।