दुर्ग: दुर्ग में एक लड़की की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शनिवार तड़के एक छात्रा हेडफोन लगाकर रेलवे ट्रैक पर चलती जा रही थी। उसी दौरान पीछे से आई मालगाड़ी के लोको पायलट ने काफी देर तक हॉर्न दिया। हेडफोन की वजह से लड़की हॉर्न नहीं सुन पाई और वह उसकी चपेट में आ गई। मोहन नगर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
मोहन नगर थाना प्रभारी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि युवती की पहचान गया नगर दुर्ग निवासी श्वेता यादव (24 साल) के रूप में हुई है। वह राजनांदगांव के दिग्विजय कॉलेज से मॉर्डन ऑफ ऑफिस मैनेजमेंट (MOM) का कोर्स कर रही थी। उसके पिता राधेचरण यादव गुंडरदेही जिले के तवेरा गांव में ग्राम पंचायत सचिव हैं और मां स्वाती यादव दुर्ग भारती कॉलेज में स्टेनो हैं।
बताया जा रहा है कि लड़की सुबह करीब 6 बजे बिना किसी को कुछ बताए निकली थी। इसके बाद वह सीधे उरला रेलवे फाटक की तरफ गई और रेलवे ट्रैक पर हेडफोन लगाकर जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मालगाड़ी के लोको पायलट ने लड़की को देख लिया था और ट्रेन धीमा करते हुए हॉर्न भी दे रहा था। हेडफोन लगाए होने के चलते वह ट्रेन का हॉर्न सुन नहीं सकी। वहां कुछ लोगों ने भी उसे आवाज दी, लेकिन उसने नहीं सुना। इसके बाद पोल नंबर 818 के पास वह मालगाड़ी की चपेट में आ गई।
दुर्घटना या आत्महत्या पुलिस कर रही जांच
मोहन नगर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि लड़की खुदकुशी करने गई थी या किसी अन्य कार्य से और दुर्घटना में उसकी मौत हुई है। इसकी जांच पुलिस कर रही है। उसका फोन भी पुलिस तलाश कर रही है। उस फोन से सच्चाई सामने आ सकती है।