अम्बिकापुर: सरगुजा जिले के गोठानों में नवाचारी का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बतौली जनपद के आदर्श गोठान तरागी में महिला समूहों ने प्राकृतिक गोनायल का निर्माण शुरू किया है। सुगंधित गोनायल घरों और कार्यालय के फर्श को साफ-स्वच्छ और कीटाणु रहित बनाने में उपयोगी है। महिलाओं ने एक महीने में ही 437 लीटर गोनायल की बिक्री से करीब 26 हजार की कमाई की हैं।
कलेक्टर संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में एन.आर.एल.एम. की टीम द्वारा तरागी गोठान के चंदा स्व सहायता समूह की महिलाओं को गोनायल बनाने का जरूरी प्रशिक्षण दिया गया। हर्बल फिनाइल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। गोनायल अर्थात गौमूत्र से बनने वाला हर्बल फिनाइल बनाने में कॉन्सन्ट्रेट फिनाइल, पानी गौमूत्र, अथेंम्बेर टॉप और एल्फोक्स का उपयोग किया जाता है। महिलाये गोठान में गोनायल तैयार कर 1 लीटर के बॉटल में पैक कर 60 रुपये प्रति लीटर के मूल्य पर बिक्री कर रही है।
गोनायल को कई कार्यालयों में फिनाईल के रूप में इस्तेमाल कर जांचा गया है जिसमें अच्छा परिणाम मिला है। गोनायल पवित्र और कीटाणु रोधक होने में साथ ही खुशबूदार भी है। यही कारण है कि गोनायल का मांग बढ़ते जा रहा है।