डॉक्टरों द्वारा बाहरी पंडो को बुलाकर भवन मालिक से की थी मारपीट।
भवन मालिक ने सीएमएचओ महाजन से जनवरी में ही कर दी थी शिकायत लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नही की?
पुलिस ने अपना पीछा छुड़ाते हुए फेना काटा दोनो पक्षो को कोर्ट जाने की सलाह दी।
बिलासपुर-: बिलासपुर पुलिस का क्या कहना जब कुछ न सम्भले तो भेज दो कोर्ट यही हुआ वंदना हॉस्पिटल के मामले में आखिर पुलिस ने फेना काट कर अपनी खानापूर्ति कर दी शहर में अशांति दिनों दिन बढ़ रही है पुलिस से जब स्थिति नही संभलती है तो अपना पीछा छुड़ाने के लिए वो कोर्ट का दखाजा दिखा देती है ।
वही दूसरी तरफ जनवरी में भवन मालिक संजय जैन ने सीएमएचओ महाजन को की गई लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी कहि कोई कार्यवाही नही?
मामला है शहर के मध्य मंगला चोक स्थित वंदना हॉस्पिटल किराये की बिल्डिंग में चल रहा है बिल्डिंग मालिक संजय जैन ने विगत दिनों वंदना हॉस्पिटल खाली कराने तीन माह का समय देते हुए नोटिस जारी किया था जिसके बाद विवाद में डॉक्टरों ने बाहरी पंडो को बुलाकर बिल्डिंग मालिक संजय जैन के साथ मारपीट की थी जिसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की गई थी डॉ विजय कुर्रे, डॉ सन्तोष उद्देश्य के साथ बाहरी पंडो सन्तोष यादव,तुलाराम पात्रे,सागर बंजारे, विनोद बंजारे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, उसके बाद भी विवाद नही थमा तो दोनों पक्षो में एक समझौता कर दिया कि तीन माह में डॉक्टरों को भवन खाली कर देना है और हॉस्पिटल कहि दूसरी जगह स्थापित करें लेकिन डॉक्टरों ने समझौता तो कर लिया लिया लेकिन बाहर आते ही समझौता के विरोध मेंजाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया उसके बाद डॉक्टर यही थमे नही उन्होंने भाड़ा नियंत्रण न्यायालय में याचिका लगाई वहाँ भी डाक्टरों की याचिका खारिज कर दी डॉक्टरों द्वारा समझौता का उल्लंघन किया जाने की शिकायत पुलिस को करने के बाद सीएमएचओ महाजन को भी इसकी शिकायत की भवन का एग्रीमेंट केंसिल कर दिया गया है जिससे हॉस्पिटल का संचालन नही किया जा सकता एवं लायसेंस तुरन्त निरस्त करते हुए डॉक्टरों पर कड़ी कार्यवाही करें लेकिन सीएमएचओ महाजन ने जनवरी की शिकायत के आधार पर जांच की बात कही थी लेकिन जांच आज मार्च हो जाने के बाद भी पूरी नही हो पाई और हॉस्पिटल अभी संचालित भी किया जा रहा है सीएमएचओ कब शिकायत पर कार्यवाही करेंगे ये भी प्रश्न बना हुआ है।