बलरामपुर: बलरामपुर जिले में वन विभाग कर्मचारियों के बाद अब वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधकों ने भी नियमितीकरण करने की मांग को लेकर शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रबंधक एक सूत्रीय मांग को लेकर 11 अप्रैल से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। प्रदेश में 902 व बलरामपुर जिले के 44 प्रबंधक हाट बाज़ार के पास धरना दे रहे हैं।
21 मार्च से वन विभाग के कर्मचारी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर पहले ही हड़ताल पर बैठे हुए है। अब 11 अप्रैल से वन समितियों के प्रबंधक धरना दे रहे हैं। चुनाव के दौरान कांग्रेस के जन घोषणा पत्र में प्रबंधकों को नियमितीकरण का वायदा किया गया था। प्रबंधक वादा पूरा करने कह रहे हैं। उनके हड़ताल पर चले जाने से कुछ दिनों बाद ही शुरू होने वाला तेंदूपत्ता तोड़ाई का कार्य प्रभावित होगा। इसके साथ ही वर्तमान में वनोपज की खरीदी भी इन समिति द्वारा की जा रही है। यह कार्य भी प्रभावित होगा। शासन 61 प्रकार के वनोपज की खरीदी इन समितियों के माध्यम से करता है। प्रंबधक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश सोनी ने बताया कि तीन वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी कांग्रेस ने वादा पूरा नहीं किया। समय-समय पर प्रदेश स्तर से लेकर स्थानीय स्तर तक संगठन द्वारा मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस के विधायक तक को इस वायदे की याद दिलाते रहे, मगर आज तक मांग पूरा नही हुआ।
धरना पर प्रबंधक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश सोनी, जिला यूनियन बलरामपुर के प्रबंधक संघ के अध्यक्ष अरुण यादव , रमेश यादव, शिवभरोष लकड़ा,अनूप गुप्ता, रतंपाल सिंह, हरिशंकर सिंह, अनमोल पटेल, बीरबल यादव, त्रिलोकी पटेल, फड़मुंशी आदि उपस्थित थे।