महासमुंद : किसान नेता अशवंत तुषार साहू ने कहा कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे बिजली ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। लोग परेशान हैं। इसके साथ ही प्रदेश की सरकार ने भी अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। बिजली बिल हाप करने के चक्कर 24 घंटे बिजली देने वाले 12 घंटे बिजली कर दिया है
उमस भरी गर्मी और ऊपर से लगातार हो रही बिजली की कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। बिजली गुल होने के बाद पता नहीं होता है कि बिजली दोबारा कब आएगी। दिन हो या रात बस लोगों को अघोषित बिजली कटौती का ही भय सताता रहता है कि बिजली ना जाने कब गुल हो जाए। बिजली कटौती के कारण लोगों की पूरी दिनचर्या खराब होकर रह जाती है। उमस भरी गर्मी से छोटे बच्चे, महिला और बुजुर्गों को भारी कठनाईयों का सामना करना पड़ता है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की अघोषित कटौती से ग्रामीणों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। बिजली विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लिए बनाए गए शेड्यूल के अनुसार भी बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है जिसके कारण आजकल पड़ रही चिपचिपाती गर्मी और अघोषित बिजली कटौती ने लोगों की रात की नींद और दिन का चैन छीन लिया हैं। वही छोटे उद्योग व बिजली पर निर्भर दुकानदारों व किसान को फसलो को टाइम पर पानी नही मिल पा रहा है बिजली निगम के प्रति खासा गुस्सा व्याप्त है। अघोषित बिजली कटौती ने पेयजलापूर्ति को भी बिगाड़ दिया है।
विभागीय अधिकारियों से बात करने पर लोड सेटिंग का हवाला देते हैं। आने वाले दिनों में अगर बिजली आपूर्ति ठीक नहीं हुई और इसी प्रकार कटौती जारी रही तो किसानौ व क्षेत्रवासियों के साथ विद्युत विभाग का घेराव और धरना प्रदर्शन की बात किसान नेता अशवंत तुषार साहू ने की है।