सूरजपुर: जिले के विकासखण्ड रामानुजनगर में मोतियाबिंद और अन्य नेत्र से पीड़ितों को राहत देने के लिए सीएमएचओ डॉ. आर एस सिंह के निर्देशन पर मोतियाबिंद मुक्त जिला कार्यक्रम के तहत आदिवासी की बहुलता वाले इस ब्लॉक में अभियान चलाया जा रहा है। जहां स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं सुपरवाईजरो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामानुजनगर में श्री मुकेश राजवाड़े सहायक नोडल अधिकारी, अंधत्व प्रदीप कुजूर व मारूतीनंदन चक्रधारी नेत्र सहायक अधिकारी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वेक्षण कार्य कर सूची तैयार की जाएगी। तत्पश्चात चिन्हित नेत्र रोगियों का नेत्र सहायक अधिकारियों के द्वारा जांच कर उनका प्राथमिक उपचार किया जाएगा। इस अभियान में महिला व पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा डोर टू डोर नेत्र सर्वेक्षण कार्य किया जाएगा। अंधत्व निवारण कार्यक्रम के सहायक नोडल अधिकार मुकेश राजवाड़े ने बताया कि इस कार्यक्रम में सर्वे के बाद चयनित मरीजों का ऑपरेशन किया जाएगा साथ ही मरीजो को घर पहुंचाने हेतु परिवहन की व्यवस्था की भी जाएगी, गंभीर मरीज को मेडिकल कॉलेज रेफर कर उपचार सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मोतियाबिंद की बीमारी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर साल अंधत्व निवारण कार्यक्रम के जरिए इस बीमारी को दूर करने की कोशिश कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिला चिकित्सालय में कई मरीजों को लैंस प्रत्यारोपण कर उन्हें रौशनी दी जा रही है वहीं प्रतिदिन ऑपरेशन किए जा रहे है।
15 नेत्र सहायक अधिकारी जुटेंगे कार्यक्रम में ..
सहायक नोडल अधिकारी डॉ. मुकेश राजवाड़े ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 15 नेत्र सहायक अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। सर्वेक्षण कार्य के बाद नेत्र सहायक अधिकारी अपनी टीम के साथ गांवों में जाकर सर्वेक्षित मरीज का सत्यापन करेंगे। इस दौरान बीईई, आरएमए, सुपरवाइजर, मितानिन एवं महिला व पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता उनका सहयोग करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान बीएमओ डॉ. डी. के. विश्वकर्मा, बीपीएम कंचन जयसवाल, नेत्र सहायक अधिकारी मुकेश राजवाड़े, मारूतीनंदन, एस.पी.मिश्रा, प्रदीप कुजूर., नरेंद्र ठाकुर वी.सी. पटेल, पुरषोत्तम राजवाड़े, अनिल सिंह, क्लोरा तिर्की, सुपरवाइजर, उषा मस्ताना एल,एच.वी., बी.ई.ई. राबर्ट लकड़ा एवं समस्त ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक उपस्थित रहे।