नई दिल्ली: राज्‍यसभा की जिन 57 सीटों पर चुनाव प्रस्‍तावित थे, उनमें से 41 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हो गया। 15 में से 11 राज्‍यों में सांसद निर्विरोध चुन लिए गए। अब 10 जून को महाराष्‍ट्र की छह सीटों, राजस्‍थान और कर्नाटक की चार-चार और हरियाणा की दो सीटों पर मतदान होगा। उसी दिन राज्‍यसभा चुनाव के परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। इन चार राज्‍यों में राज्‍यसभा के लिए लड़ाई इतनी आसान नहीं है। भाजपा हो या कांग्रेस या फिर शिवेसना-एनसीपी या जेडी(एस)… सबको क्रॉस वोटिंग और हार्स ट्रेडिंग का डर सता रहा है।

राज्यसभा की चार सीटों के लिए राजस्थान में 10 जून को होने वाले चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस के बाद अब मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी की है। सेंधमारी के डर से ऐसा किया है। दरअसल, कांग्रेस नेतृत्व की चिंता इस बात को लेकर है कि कहीं निर्दलीय विधायकों में भाजपा सेंध नहीं लगा दे। वहीं, भाजपा की चिंता अपने ही विधायकों में टूट की आशंका को लेकर है।

राजस्थान में बताया जाता है कि कांग्रेस ने तीन सीटें जीतने को लेकर अपने विधायकों की संख्या पूरी कर ली है। कांग्रेस को तीनों सीटें जीतने के लिए 123 वोट चाहिए। सोमवार तक उदयपुर के ताज अरावली रिसोर्ट में 118 विधायक पहुंच गए थे। इनमें कांग्रेस और सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार तक उदयपुर पहुंचेंगे। उधर, कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने अपने विधायकों की जयपुर के एक पांच सितारा रिसोर्ट में बाड़ेबंदी की है। रिसोर्ट के 62 कमरे बुक करवाए गए हैं। सोमवार को जयपुर स्थित भाजपा मुख्यालय से दो बसों में सवार होकर विधायक रिसोर्ट में पहुंचे । पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित अन्य विधायक मंगलवार तक रिसोर्ट में पहुंच जाएंगे ।

महाराष्ट्र में होने जा रहे राज्यसभा चुनावों में ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ की आशंका को देखते हुए शिवसेना ने अपने सभी विधायकों को मुंबई के मलाड(मढ़) इलाके में स्थित एक रिसॉर्ट में ठहराया गया है। 2 बसों से करीब 50 विधायक मलाड के एक रिसॉर्ट में पहुंचे हैं। शिवसेना ने दिन में पार्टी के सभी विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों को अपने ‘बैग पैक’ कर मुंबई आने का फरमान सुनाया था। पार्टी की ओर से जारी आदेश में यह भी कहा गया था कि चार-पांच दिन के कपड़े लेकर आएं। हालांकि, रविवार को शिवसेना के नेता अनिल देसाई ने कहा था कि यह (चुनाव से पहले विधायकों को बुलाना) सामान्य प्रथा है।

कर्नाटक में चौथी सीट के लिए मैदान खुला पड़ा है। मतलब भाजपा, कांग्रेस और जेडी (एस) – सबको पता है कि क्रॉस-वोटिंग हो सकती है। सभी दल एक-दूसरे के खेमे में सेंध लगाने में जुटे हैं। भाजपा ने उत्‍तरी कर्नाटक में कांग्रेस के कुछ नाराज विधायकों पर डोरे डाले हैं। कांग्रेस ने पहले ही व्हिप जारी कर रखा है। पार्टी ने विधायकों से कहा है कि पहला प्राथमिकता वोट जयराम रमेश को दें और बाकी 25 वोट मंसूर अली खान को। बीजेपी और जेडी(एस) भी एक-दो दिन में विधायकों के लिए व्हिप जारी कर सकते हैं।

छत्तीसगढ़ में राज्यसभा चुनावों को लेकर इन दिनों हरियाणा की राजनीति गरमाई हुई है। हरियाणा की राज्यसभा की सीट हासिल करने के लिए हरियाणा कांग्रेस के साथ ही छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को भी मोर्चा संभालना पड़ रहा है। क्रॉस वोटिंग से बचने के लिए हरियाणा कांग्रेस के 28 विधायकों को नया रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट में ठहराया गया है। इन विधायकों से बाहरी कोई व्यक्ति या मीडिया बात नहीं कर पाए इसके लिए जमकर बाड़ेबंदी की गई है। रिसॉर्ट के चारों ओर पुलिस का पहरा है। वहीं छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह उनका ख्याल रखें।

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