अम्बिकापुर: कलेक्टर कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में गुरुवार की जिला पंचायत सभाकक्ष में पोषण अभियान के तहत सरपंचों के उन्मुखीकरण का आयोजन किया गया। उन्मुखीकरण में पोषण अभियान के बेहतर क्रियान्वयन हेतु बारीकी से जानकारी दी गई।
श्री लंगेह ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान प्रथम 1000 सुनहरे दिवस में पोषण अभियान के बेहतर क्रियान्वयन में सरपंचों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं तथा बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए शासन द्वारा विभिन्न योजनाएं महिला एवं बाल विकास के द्वारा संचालित की जा रही हैं। पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा इन सभी योजनाओं की सतत मॉनिटरिंग से बेहतर क्रियान्वयन हो सकता है। शासन के द्वारा संचालित सभी प्रकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए पंचायत प्रतिनिधि सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी पंचायतों में गोठान तक पहुंच मार्ग अच्छा होना चाहिए। जहां कहीं पुल-पुलिया की आवश्यकता हो तो शीघ्र प्रस्ताव बनाकर भेजें। गोठान के माध्यम से ग्रामीणों को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध होंगे।
शासन के मंशानुरूप जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए वर्मी कंपोस्ट निर्माण में भी प्रगति लाना होगा। गोधन योजना में अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर योजना का लाभ दिलाना है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वीकृत सामुदायिक शौचालयों को मुख्य जगहों में बनवाना है। यदि कहीं और सामुदायिक शौचालय आवश्यक हो तो प्रस्ताव जिला पंचायत को शीघ्र भेजें। ठोस एवं तरल अपशिष्ट के निपटान के लिए सभी पंचायतों में शेड निर्माण कार्य स्वीकृत हुए हैं जिन्हें तेजी से पूर्ण कराना है। शासन के महत्वपूर्ण कार्यों के क्रियान्वयन में आप सभी की सक्रिय सहभागिता आवश्यक है।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बसंत मिंज, यूनिसेफ के प्रतिनिधि विनय शर्मा, कार्यक्रम समन्वयक सुलेखा जांगड़े, ममता जांगड़े सहित बडी संख्या में सरपंचगण उपस्थित थे।