अम्बिकापुर: कलेक्टर कुंदन कुमार ने सोमवार को स्वान केंद्र में निर्माण से संबंधित जिलाधिकारियों की बैठक लेकर श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने श्रमिकों का पंजीयन अभियान चलाकर करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने कहा कि भवन एवं अन्य सन्निर्माण कार्यों में लगे श्रमिक (मजदूर) जो जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में कार्य करने, अस्थाई एवं अनियमित रोजगार, मूलभूत तथा कल्याणकारी सुविधाओं के अभाव के कारण अत्यंत कमजोर एवं दयनीय परिस्थिति में होते हैं। ऐसे श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा के लिए श्रम विभाग के द्वारा श्रम कार्ड बनाया जाता है। निर्माण विभाग अंतर्गत कार्य करने वाले श्रमिकों के शत प्रतिशत श्रम कार्ड बनवाना सुनिश्चित करें। हर विभाग में पंजीकृत ठेकेदार सभी कार्यरत मजदूरों का श्रम विभाग में पंजीयन कराएं। कार्य पूर्णता पर सभी श्रमिकों का मजदूरी भुगतान पर विशेष निगरानी रखी जाए ताकि मजदूरी बकाया की शिकायत न आये। चॉइस सेंटर के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, रसोइया, मितानिन, स्वीपर, सफाई-कर्मचारी तथा अन्य असंगठित कर्मकारों का श्रम कार्ड अनिवार्य रूप से बनाया जाए। मजदूरी कार्य करने वाले सभी प्रकार के लोगों का श्रम विभाग में पंजीयन अनिवार्य है। श्रम विभाग के द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं की जानकारी अंतिम व्यक्ति तक होनी चाहिए। श्रम विभाग के द्वारा 5 रुपये में दाल-भात योजना के तहत अम्बिकापुर में 2 केंद्र बनाए जाएं। सभी विभाग ठेकेदारों की बैठक लेकर जिला श्रम अधिकारी नितेश कुमार ने बताया कि श्रम विभाग का मुख्य दायित्व विभिन्न श्रम अधिनियमों के माध्यम से श्रमिकों के आर्थिक, शारीरिक एवं सामाजिक हितों का संरक्षण करना है। शासन के द्वारा संगठित तथा असंगठित कर्मकारों के लिए विभिन्न प्रकार की 30 योजनाएं संचालित की जाती हैं। योजनाओं का लाभ उठाने के लिए हितग्राही के पास श्रम विभाग के द्वारा बना हुआ श्रम कार्ड होना आवश्यक है।

इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, निगम कमिश्नर प्रतिष्ठा ममगई, डीएफओ पंकज कमल, सीएमएचओ डॉ पीएस सिसोदिया, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ संजय गुहे सहित विभिन्न निर्माण एवं कार्य से जुड़े विभाग के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

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