सूरजपुर: कलेक्टर इफ्फत आरा की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, डीएफओ संजय यादव, जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम, समस्त सड़क निर्माण विभाग, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर ने जिले में सड़क दुर्घटनाओं से मृत्यु पर चिंता जाहिर करते हुए ब्लैक स्पॉट स्थल को चिन्हित कर पूरे जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय करने सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए तथा दुर्घटना से बचने के लिए व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने निर्देशित किया।
इस बैठक में कलेक्टर ने कहा कि पूरे जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए कई तरह के उपाय आवश्यक हैं। सड़कों के निर्माण से जुड़े विभाग सड़कों में सुधार, घाटी में सुरक्षा व्यवस्था तथा संकेतक लगाने एवं तीव्र मोड़ों को ठीक करने के निर्देश दिए। उन्होंने पूर्व में चिन्हित घाट पेंडारी सहित नए ब्लैक स्पॉट की पहचान एवं सुधार करने निर्देशित किया। उन्होंने मार्गाे पर सुरक्षा हेतु पर्याप्त उपाय किए जाने निर्देशित किया एवं सड़क सुरक्षा, यातायात प्रबंधन के लिए संकेतक रंबल स्ट्रीप, स्पीड ब्रेकर आदि का प्रबंधन करने के निर्देश दिए। उन्होंने परिवहन विभाग को ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने, फिटनेस के दौरान परिवहन यानो में रिफ्लेक्टर, स्पीड लिमिट डिवाइस के जांच करने के निर्देश दिए तथा ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के पूर्व आवश्यक दक्षता टेस्ट कर लाइसेंस जारी करने के निर्देश दिए तथा अवैधानिक तरीके से लाइसेंस प्राप्त करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने वाहन चालकों के आंखों की नियमित जांच कराने एवं यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्घ कड़ी कार्यवाही करें। नियमित रूप से शिविर लगाकर वाहन चालकों को जागरूक करें। स्कूल तथा कालेज में भी यातायात जागरूकता शिविर आयोजित करें।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को दुर्घटना में शिकार लोगों के त्वरित उपचार के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए तथा दुर्घटना स्थल पर ही मृत्यु हो जाने पर शव वाहन की व्यवस्था भी तत्काल करने के निर्देश दिए। उन्होंने दुर्घटनाओं से बचने के लिए ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता मितानिन के माध्यम से सड़क सुरक्षा जागरूकता, दुर्घटना होने पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस विभाग को जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग, शराब पीकर वाहन चालन एवं अन्य यातायात नियमों के उल्लंघन पर चलानी कार्यवाही करने के निर्देश दिए तथा सड़क सुरक्षा जागरूकता एवं यातायात शिक्षा से संबंधित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने जिले में सड़क दुर्घटना से बचाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाने निर्देशित किया । उन्होंने दुर्घटना क्षेत्र को चिन्हित कर साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए तथा सीसीटीवी की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रैक्टर एवं पिकअप में भारी संख्या में लोगों को बैठाते हैं जिससे दुर्घटना की गुंजाइश बनी रहती है समझाइश देकर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर एवं एसपी ने नगरीय क्षेत्र में सड़कों पर वाहन चालन को प्रभावित करने वाले साइन बोर्ड एवं होल्डिंग्स को शीघ्र हटाने कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सड़कों, फुटपाथ, पार्किंग स्थलों में अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए तथा सड़कों पर वाहन चालकों को प्रभावित करने वाले आवारा पशुओं को हटाने के संबंध में विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में दुर्घटना से बचने के लिए प्रकाश की व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में आईआरएडी एप्लिकेशन की हुई समीक्षा
जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं को कम करने हेतु जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी विभाग पुलिस हेल्थ ट्रांसपोर्ट और हाईवे आईआरएडी एप्लीकेशन से संबंधित दुर्घटनाओं की एंट्री से संबंधित समीक्षा की। उन्होंने ब्लैक स्पॉट दुर्घटना स्थल,एंबुलेंस की सुविधा रोड पर हो रहे एक्सीडेंट की मरम्मत एवं ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के एक्सीडेंट हुई गाड़ियों की निरीक्षण आदि विषयों पर चर्चा की गई, आईआएडी संयुक्त रूप से काम करने वाले सभी चारों डिपार्टमेंट पुलिस, ट्रांसपोर्ट, स्वस्थ और हाईवे की समीक्षा कर उसकी अद्यतन जानकारी देने के निर्देश दिए। आईआरएडी एप्लीकेशन के माध्यम से हमें ज्ञात ब्लैक स्पॉट, दुर्घटना में लिप्त लोगों की उम्र दुर्घटना के कारण आदि जैसे चीजों का आईआरएडी एप्लिकेशन के माध्यम से फिल्टर करके सूरजपुर के डिस्ट्रिक्ट रोलआउट मैनेजर जयप्रकाश मेश्राम द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से समझाया गया। कलेक्टर एवं एसपी द्वारा सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि सभी विभाग अपनी एंट्री आईआएडी में समय पर होना सुनिश्चित करें एव बैठकों में सड़क सुरक्षा संबंधी एजेंडो को शामिल कर सड़क सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण अनिवार्यता दिया जाए एवं कलेक्टर द्वारा यह निर्देशित किया गया कि आईआरएडी एप्लीकेशन में सभी विभागों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सुनिश्चित करें।