सूरजपुर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर इफ्फत आरा एवं पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू की मौजूदगी में सड़क दुर्घटना से होने वाले मृत्यु एवं सड़क दुर्घटना रोकने को लेकर समीक्षा की गई एवं सड़क हादसो को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने पर रणनीति बनी। कई बार यह देखा गया है कि सड़क हादसों के लिए प्रमुख कारक वाहन चालक का नाबालिक होना, बिना ड्राईविंग लायसेंस के वाहन चलाना एवं यातायात नियमों का पालन न करना प्रमुख है। ऐसे सड़क दुर्घटना के जोखिम को कम करने के लिए पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने थाना-चौकी प्रभारियों को वाहन चेकिंग का विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।
पुलिस राजपत्रित अधिकारियों के सतत मार्गदर्शन में गुरूवार को जिले के थाना-चौकी की पुलिस सड़कों पर ट्रक, बस, ट्रेक्टर एवं 4 पहिये वाहनों की चेकिंग बड़ी गंभीरता से करते दिखी, इस दौरान पुलिस के द्वारा वाहन चालकों के ड्राईविंग लायसेंस, वाहन के दस्तावेज की चेकिंग करते हुए यह भी देखा कि कोई नाबालिक वाहन तो नहीं चला रहा, चालक शराब का सेवन तो नहीं किया है। पुलिस अधिकारियों ने वाहन चालकों से चर्चा कर उनके नेत्र ठीक काम कर रहे है अथवा नहीं, उन्हें चश्मा की आवश्यकता तो नहीं है उसे जाना। गुरूवार को वाहन चेकिंग अभियान के दौरान जिले की पुलिस के द्वारा यातायात नियमों का उल्लघंन पर 62 वाहन चालकों के विरूद्ध मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही कर 22300 रूपये का समन शुल्क लिया गया है।
पुलिस की अपील।
यातायात नियमों की अनदेखी तथा वाहनों के कागजात के अभाव में पकड़ाए लोगों को जुर्माने के साथ वाहन मुक्त करते तथा पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाईश दी कि यातायात के नियमों का पालन करें। वाहन चलाते समय मोबाइल से बातें न करें। हमेशा हेलमेट का उपयोग करें तथा वाहन का अपटूडेट कागजात रखें, ड्राइविंग लाइसेंस एवं इंश्योरेंस हमेशा अपटूडेट रखें ताकि दुर्घटना की स्थिति में आश्रित को सहायता राशि मिल सके।