सूरजपुर: कलेक्टर इफ्फत आरा ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले में जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर ने बैठक में कार्य में प्रगति लाने सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने बैठक में कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी समर सिंह से जिले में जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल कनेक्शन देने की कार्ययोजना एवं क्रियान्वयन की विस्तार से जानकारी ली।
समर सिंह ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत सूरजपुर जिले की कार्ययोजना की लागत 1176 करोड़ है। योजना के तहत 2023 तक हर घर मुफ्त नल कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया है। मिशन के अंतर्गत प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर के मान से जल की आपूर्ति की जानी है। जिले में 1 लाख 85 हज़ार 456 घर हैं। जिनमें 01 अप्रैल 2021 के पूर्व 8179 घरों में घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय किया जा चुके है। जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत 185481 घरों में घरेलू नल कनेक्शन दिया जाना प्रस्तावित है। योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक प्राप्त लक्ष्य 95841 है जिसके विरूद्ध अभी तक 26601 घरेलू कनेक्शन प्रदाय किये गये हैं। इसके साथ ही जिले की 544 ग्रामों में से 413 ग्रामों में 11 समूह जलप्रदाय योजना के माध्यम से जल प्रदाय किया जाना प्रस्तावित है एवं शेष ग्रामों में सोलर व भूमिगत स्रोत के माध्यम से जलप्रदाय किया जाना है। 11 समूह जलप्रदाय योजना के अंतर्गत 413 ग्रामों में प्रस्तावित 144857 घरेलू नल कनेक्शन प्रस्तावित हैं।
जल जीवन मिशन के तहत क्रेडा के माध्यम से सौर ड्यूल पम्प भी आवश्यकता अनुरूप स्थापित किये जा रहे हैं। अब तक जिले में 261 संयंत्र स्थापित किये जा चुके हैं। क्रेडा का लक्ष्य 637 संयंत्र स्थापित करना है जिसके अंतर्गत 22600 कनेक्शन दिए जाएंगे। कलेक्टर ने पीएचई को नल कनेक्शन का काम पूरा करने के निर्देश दिए। जिससे संयंत्र स्थापना और नल कनेक्शन का कार्य समांतर गति के साथ पूरा हो।
कलेक्टर सुश्री आरा ने जल जीवन मिशन के तहत लगाए जा रहे सौर ड्यूल पम्प में एजेंसियों की संतोषजनक प्रगति नहीं दिखने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जिन एजेंसियों में लगातार प्रगति खराब है, उन्हें नोटिस जारी करें। जन सुविधा की योजना के क्रियान्वयन में अनावश्यक देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नोटिस देने के बावजूद प्रगति ना होने पर ब्लेक लिस्ट करने की कार्यवाही भी की जाएगी। कलेक्टर ने एजेंसी वार प्रतिदिन कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत लीना कोसम, पीएचई विभाग के अधिकारी एवं संबंधित एजेंसी के ठेकेदार एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।