रायपुर: नवीन जिलों के गठन के साथ राजनांदगांव जिले का क्षेत्रफल छोटा हुआ है, जिससे प्रशासनिक कसावट लाकर निचले स्तर पर आम जनता को शासन की योजनाओं का लाभ अधिकारियों द्वारा दिया जाना सुनिश्चित होना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान आज डोंगरगांव में अधिकारियों की समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि जिले के छोटे होने से अधिकारी अपने कार्यों की सतत मॉनिटरिंग और क्रियान्वयन बेहतर तरीके से कर सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों से 1 नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी को लेकर चर्चा की जिसमें उन्होंने धान खरीदी को चुनौतीपूर्ण बताते हुए संबंधित अधिकारियों को धान की खरीदी से लेकर उसके उठाओ के नियमित प्रबंधन के लिए सफल कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए, इसके साथ ही उन्होंने पैरादान के लिए संबंधित अधिकारियों को सही तरीके से प्रचार-प्रसार कर, ज्यादा से ज्यादा पैरा इकट्ठा करने के निर्देश दिए ताकि पर्यावरण को सुरक्षित करने के साथ-साथ पशुधन के लिए चारे की व्यवस्था हो सकेगी। सड़कों की स्थिति को लेकर भी उन्हें पीडब्ल्यूडी के अभियंता से जानकारी मांगी और दिसंबर तक मरम्मत और नवीन सड़क से संबंधित सभी कार्य को पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया और इसे प्राथमिकता की श्रेणी में रखने के लिए कहा।

अवैध शराब को लेकर मिलने वाली शिकायत पर भी मुख्यमंत्री काफी सख्त दिखाई दिए जिसमें उन्होंने आबकारी अधिकारी को क्षेत्र के अंदरूनी स्थानों पर सतत मॉनिटरिंग कर विधिपूर्ण कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और राजस्व संबंधी मामलों में बेहतर स्थिति निर्मित करने के लिए और छोटी से छोटी शिकायतों को भी गंभीरता से लेने और उसका निराकरण करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!