राजनांदगांव: रविवार का दिन शहर के ममता नगर, गली नंबर-सात निवासी गायकवाड़ परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे शहर के लिए अनूठा रहा। फिलीपींस की युवती हैजल अपने प्यार को पाने के लिए देश की सीमाओं की परवाह न करते हुए यहां आई और प्रेमी भावेश गायकवाड़ के साथ भारतीय रीति-रिवाज से सात फेरे लेकर परिणय सूत्र में बंध गई। हिंदी बिल्कुल भी नहीं जानने वाली हैजल के लिए इस दौरान सुसराल वालों के साथ बातचीत करने में व्यावहारिक दिक्कत भी आई लेकिन भावेश ने दुभाषिए की भूमिका निभाकर इसे दूर कर दिया।
दरअसल, भावेश और हैजल दोनों मर्चेंट नेवी में कतर में पदस्थ हैं। पहली मुलाकात में ही हैजल भावेश को अपना दिल दे बैठी।
मेल-मुलाकात के बाद भावेश भी हैजल को पसंद करने लगा। कुछ दिनों बाद हैजल ने अपने प्यार का इजहार किया तो भावेश ने भी अपने दिल के पन्न्े खोल दिए और उसके सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया। हैजल ने इसे सहर्ष स्वीकार कर अपने माता-पिता से चर्चा की। उनके लिए बेटी की खुशियां ही पहली प्राथमिकता थी, इसलिए उन्होंने तुरंत हामी भर दी। इधर भावेश अपने स्वजन से हैजल के बारे में चर्चा कर पहले ही शादी की अनुमति ले चुके थे।
इस तरह भावेश कतर से हैजल और उसके स्वजन को लेकर राजनांदगांव आ गए। रविवार को भावेश दूल्हा बने और हैजल दुल्हन। इस तरह धूमधाम से दोनों का विवाह संपन्न् हुआ। शादी के भारतीयरस्मों और रीति-रिवाजों से हैजल बहुत गदगद है। उसके माता-पिता ने भी भारतीय परंपराओं की बहुत सराहना की है। इस शादी से दोनों ही परिवार बहुत खुश है। भावेश ने बताया कि सोमवार को वह हैजल और उसके स्वजन के साथ फ्लाइट से कतर लौट जाएंगे। वह इस बात को लेकर बहुत उत्साहित हैं कि जिसे दिल दिया, वही उसकी पत्नी बनकर साथ लौटेगी।