जशपुर: जशपुर जिले के बगीचा में बीजेपी समर्थित जिला पंचायत सदस्य (डीडीसी) गेंदबिहारी सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर डीडीसी गेंदबिहारी के साथ मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया है। अब इस मामले में DIG डी रविशंकर ने एसडीओपी बगीचा को मुख्यालय अटैच कर दिया है, वहीं 2 आरक्षक निलंबित किए गए हैं। गेंद सिंह कांग्रेस विधायक और संसदीय सचिव चिंतामणी महाराज के भाई हैं।

जानकारी के मुताबिक, एसडीओपी बगीचा शेर बहादुर सिंह किसी जमीन मामले की जांच के लिए दुर्गापारा गए हुए थे। इसी दौरान डीडीसी गेंद बिहारी सिंह भी वहां पहुंचे और किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया, जिसके बाद एसडीओपी ने गेंदबिहारी को हिरासत में ले लिया और बगीचा थाने लेकर आए।इधर घटना की भनक लगते ही बीजेपी नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। सैकड़ों की संख्या में बगीचा में बीजेपी समर्थित लोग सड़कों पर उतर आए और नारेबाजी करते हुए थाने पहुंच गए और एसडीओपी पर कार्रवाई की मांग करने लगे।जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी सिंह को मंगलवार को पुलिस ने हिरासत में लिया। गेंदबिहारी सिंह संत गहिरा गुरु के बेटे और संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज के भाई हैं। बीजेपी ने बगीचा एसडीओपी शेर बहादुर सिंह पर उनके साथ मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। घटना के बाद ग्रामीणों के साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बतौली-बगीचा स्टेट हाईवे पर चक्काजाम कर दिया।

वहीं भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी साय के साथ पुलिसकर्मियों के द्वारा मारपीट कर पुलिस गाड़ी में बैठाकर थाना लाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद बगीचा में सियासत गर्म हो गई है। इस घटना के विरोध में बगीचा के लोग अपनी-अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर आ गए। लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं मामले की जानकारी लगते ही DIG डी. रविशंकर, अतिरिक्त्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप भी बगीचा पहुंच गए।

गेंद बिहारी सिंह मामले में उप पुलिस महानिरीक्षक डी. रविशंकर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से शेर बहादुर सिंह ठाकुर, उप पुलिस अधीक्षक (नक्सल ऑपरेशन) जशपुर एवं प्रभारी एसडीओपी बगीचा को तत्काल प्रभाव से पुलिस अधीक्षक कार्यालय जशपुर अटैच कर दिया है। वहीं मामले में आरक्षक राजकुमार मनहर, रक्षित केन्द्र जशपुर एवं छसबल, संतोष उपाध्याय, 12वीं वाहिनी छसबल “सी कम्पनी” रामानुजगंज, कैम्प आस्ता, जिला जशपुर को कर्तव्य में लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर मुख्यालय रक्षित केन्द्र जशपुर नियत किया है।

वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव इस मामले कहा है कि प्रदेश में आतंक और अराजकता का राज है। एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के खिलाफ ऐसा असभ्य आचरण करना और उन्हें सरेआम पिटवाना, क्योंकि वे भाजपा के समर्थक और संत परिवार से हैं।

संजय श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस के सत्ताधारी नेता विरोधी दल के नेताओं को बल्कि अपनी पार्टी के अन्य गुट के नेताओं को भी आतंकित करके रखना चाहते हैं। जिस प्रदेश में गृह विभाग के संसदीय सचिव यानि राज्य मंत्री के सगे भाई तक सुरक्षित नहीं हैं, जिस गृह विभाग पर कानून व्यवस्था का दायित्व है, उसके राज्यमंत्री के ओहदेदार का परिवार अगर पुलिस अधिकारियों के हाथों इस तरह सरेआम पीटा जा रहा है, तो प्रदेश की आम जनता के खौफ के बारे में कल्पना की जा सकती है।

संजय श्रीवास्तव ने कहा कि गाहिरा गुरु समूचे छत्तीसगढ़ में पूज्य हैं। स्वयं चिंतामणि महाराज प्रतिष्ठित आध्यात्मिक व्यक्तित्व हैं। उनके भाई के साथ हुई इस बदसलूकी की जितनी भर्त्सना की जाए, वह कम है। उन्होंने दोषी पुलिस वालों को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की।

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