भोपाल: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के सिहौंनिया थाना क्षेत्र के लेपा गांव में जमीन को लेकर हुए विवाद में दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान दोनों गुटों के बीच जमकर लाठी चली और बंदूकों से फायरिंग की गई, जिससे छह लोगों की मौत हो गई।घटना की सूचना मिलते ही सिंहौनिया सहित आसपास के थानों से पुलिस बल को मौके पर भेजा गया है। घटना के बाद से लेपा गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, लेपा गांव के रंजीत तोमर और राधे तोमर के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। साल 2014 में रंजीत तोमर के पक्ष ने राधे तोमर के परिवार के दो-तीन लोगों की हत्या कर दी थी, जिसके बाद रंजीत तोमर का परिवार गांव छोड़कर चला गया था। कुछ दिन पहले ही वह गांव में लौटा तो बदला लेने की नीयत से हमला किया।लेपा गांव में जमीन विवाद के दौरान जिन लोगाें की मौत हुई है, उनमें तीन महिलाएं और तीन पुरुष हैं। सभी मृतक रंजीत ताेमर पक्ष के हैं। मरने वालों के नाम लेस कुमारी पत्नी वीरेंद्र सिंह, बबली पत्नी नरेंद्र सिंह तोमर, मधु कुमारी पत्नी सुनील तोमर, गजेंद्र सिंह पुत्र बदलू सिंह, सत्यप्रकाश पुत्र गजेंद्र सिंह व संजू पुत्र गजेंद्र सिंह है। घायलाें में विनोद सिंह पुत्र सुरेश सिंह तोमर और वीरेंद्र पुत्र गजेंद्र सिंह शामिल हैं।
लेपा गांव के पास ही भिड़ोसा गांव है, जो डकैत पान सिंह तोमर का गांव है। दोनों गांवों को लेपा-भिड़ोसा के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है कि जमीन विवाद को लेकर ही पान सिंह तोमर डकैत बना था। गौर करने वाली बात तो यह है कि दिमनी से विधायक रविंद्र तोमर का गांव भी भिड़ोसा है। इसलिए यह गांव जिले में अपनी खास पहचान रखता है।