कोरबा: शहर के टी.पी. नगर क्षेत्र में स्थित राजीव गांधी इनडोर आडिटोरियम में प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जनता से सीधा संवाद किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ कोरबा इकाई के तत्वाधान में एक ख़ास कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें शहर के गणमान्य नागरिकों को आमंत्रित किया गया था। इनमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, अधिवक्ता, प्रोफेसर, शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर, सीए सहित तमाम बुद्धिजीवी वर्ग मौजूद थे। सभी ने प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से शहर और राज्य के विकास से जुड़े सवाल पूछे। इस दौरान कई लोगों की मांगों को राजस्व मंत्री ने मौके पर ही पूरा किया। 10 से लेकर 25 लाख रुपए तक के सामाजिक भवन और अन्य मांगों को तत्काल पूरा किया गया।

आत्मानंद स्कूल के बच्चों ने बताया कैसे उन्हें मिल रहा लाभ

प्रदेश के प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के बच्चे भी कार्यक्रम में मौजूद थे। जिन्होंने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से अंग्रेजी में संवाद किया। बच्चों ने बताया कि कैसे उन्हें जिले में ही रहकर बेहतर शिक्षा की सुविधा मिल रही है। वर्तमान में इन स्कूलों में ऐसी कोई भी ऐसी सुविधा अनुउपलब्ध नहीं है। जो कि किसी बड़े अंग्रेजी माध्यम स्कूल में मिलती हो। बच्चों ने 12वीं कक्षा से आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए भी शहर में एक अच्छे कॉलेज की मांग की। राजस्व मंत्री ने उन्हें कहा कि सरकार इस दिशा में भी काम कर रही है। प्रयास रहेगा कि शहर में उच्च शिक्षा की ओर पहल करते हुए ठोस इंतजाम किए जाएं।सामाजिक भवनों को दी तत्काल स्वीकृति

आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठन के पदाधिकारी भी मौजूद थे। समाज के पदाधिकारियों ने फिर चाहे वह वस्त्रकार समाज हो राठौर समाज हो केवट समज, या फिर जायसवाल समाज। ऐसे कई समाज के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम के दौरान मंत्री से कहा कि उनके समाज का भवन अब तक नहीं बन सका है। मंत्री ने प्रत्युत्तर में कहा कि वर्तमान में राजस्व मंत्री के प्रभार में हूं। जमीन अलॉट करना भी मेरा ही काम है। कई समाजों को मैंने जमीन अलॉट की है और आपकी मांगों को भी मैं तत्काल पूरा करता हूं । ऐसे समाज के मांग पर मंत्री ने 10 से लेकर 25 लाख रुपए की लागत से बनने वाले लगभग 5 से 6 समाज के भवनों को मौके पर ही स्वीकृति दी।

प्रदूषण और महंगाई का भी किया ज़िक्र

कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने शहर में बढ़ते प्रदूषण का भी जिक्र किया। कहा कि शाम होते ही शहर गैस चेंबर की तरह बन जाता है। जब लोग खाना पकाने के लिए सिगड़ी का इस्तेमाल करते हैं। इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि वर्तमान में एलपीजी गैस के दाम काफी बढ़ गए हैं। ऐसे में लोगों के पास जिले में कोयले का सस्ता विकल्प होता है। लोग इसका इस्तेमाल कर लेते हैं। हमने पूर्व में भी केंद्र सरकार और अधिकारियों से अनुरोध किया था कि कम से कम गरीबों को महीने में एक गैस सिलेंडर निशुल्क दिया जाए। तब यह बात नहीं मानी गई थी। हालांकि प्रदूषण कम करने की दिशा में हम ठोस प्रयास करेंगे। अधिकारियों को भी इस दिशा में कार्ययोजना बनाने को कहा जाएगा।

सड़क की समस्या से मिला निदान अब चाहिए पुल

कार्यक्रम में जिले के कोरबा-पश्चिम क्षेत्र के निवासी भी मौजूद थे। जिन्होंने कहा कि सर्वमंगला कुसमुंडा मार्ग के बन जाने से राह काफी आसान हुई है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन इस मार्ग पर कुछ पुल-पुलिया का काम अभी अधूरा है। जिसे पूर्ण कराए जाने की जरूरत है। मंत्री ने इसके जवाब में कहा कि इसके ड्राइंग और डिजाइन विभागों में पेंडिंग है। जब तक ले आउट फाइनल नहीं हो जाते प्लान नहीं बन जाता। तब तक इसे काम को पूरा नहीं किया जा सकता। मंत्री ने यह भी कहा कि काफी लंबे प्रयासों के बाद सर्वमंगला से कुसमुंडा तक की सड़क को पूरा कराया है। लगभग 180 करोड रुपए की लागत से सड़क का निर्माण हुआ। जो सालों साल तक खराब नहीं होगी। सड़क का काम संपूर्ण हो चुका है। कुछ काम बचे हैं। उन्हें पूरा कर लिया जाएगा। इस काम मे कुसमुंडा के लोगों का भी सराहनीय योगदान रहा है। इसलिए उन्हें भी धन्यवाद देता हूँ।

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