केंद्र से स्वीकृत कार्यों का 20 प्रतिशत कमीशन देकर हों रहा काम

उपसरपंच ने केंद्रीय मंत्री सहित जिम्मेदार अधिकारी से की शिकायत

बलरामपुर/कुसमी। बलरामपुर जिला के जनपद पंचायत कुसमी अंतर्गत कई पंचायतों में भारत सरकार के परियोजना मद से आदि ग्राम विकास योजना अंतर्गत करीब 10 करोड़ के निर्माण कार्य चल रहे हैं उक्त निर्माण कार्य में शुरुआत से ही भ्रष्टाचार व कमिशन वसूली की शिकायत आती रही हैं तथा कमीशन के कारण ही मानक के विपरीत घटिया निर्माण कार्य की शिकायत सामने आ गई हैं। इसकी शिकायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बलरामपुर को करते हुए प्रतिलिपि केंद्रीय जनजाति कार्य राज्यमंत्री एवं सरगुजा सांसद रेणुका सिंह व बलरामपुर कलेक्टर को शिकायतकर्ता ने की हैं।

उल्लेखनीय हैं कि ग्रामीण इलाकों में विकास से जोड़ने निर्माण कार्य के लिए ग्रामीणों कों वर्षों इंतज़ार करना पड़ता हैं। लम्बे इंतजार के बाद निर्माण कार्य ग्रामीण इलाके में स्वीकृत होती हैं जिसके बाद ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर सरकारी धन राशि का दुरूपयोग कर तय कमीशन के आधार पर निर्माण कार्यों कों भ्रष्टाचार कि भेंट चढ़ाई जा रही है। तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।

ज्ञात हों की जिला बलरामपुर-रामानुजगंज के कुल 6 जनपद पंचायत में भारत सरकार के परियोजना मद से आदि ग्राम विकास योजना अंतर्गत कई करोड़ रुपये का निर्माण कार्य चल रहा हैं। सभी जनपद पंचायत में निर्माण कार्य का स्तरहीन कार्य करा कर विकास के नाम पर सरकारी पैसे का बंदरबाट किया जा रहा हैं। तथा जिम्मेदार सब इंजिनियर के बिना मानिटरिंग कि वजह से मनमानी निर्माण कार्य निर्धारित ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा हैं, जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं हैं।

जनपद पंचायत कुसमी में कई ग्राम पंचायतों में प्रशासनिक नियंत्रण से मुक्त कई सरपंचों ने अपने-अपने चहेते अघोषित ठेकेदारों को निर्माण कार्य का जिम्मा सौंप रखा हैं, और अपना कमीशन तय कर ग्रामीणों कों विकास का हवाला दिखा रहे हैं। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायत सेरंगदाग का सामने आया हैं जहां अधिकारियों की मिलीभगत से शासकीय राशि का दुरुपयोग कर मनमाने तरीके से निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। इससे लाभ की राह नजर नहीं आ रही हैं. इसका लाभ सिर्फ और सिर्फ जिम्मेदार अधिकारी व निर्माण कार्यों में लगे दलालों को मिल रहा हैं।

इस मामलें में ग्राम पंचायत सेरंगदाग के उपसरपंच उमेश यादव ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बलरामपुर को शिकायत लिखते हुए बताया है कि परियोजना मद आदि ग्राम विकास योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत सेरंगदाग में दो नाली निर्माण कार्य चालू किये गए हैं। जिसमें पहला काम शिवनाथ घर के पास 150 मीटर नाली का निर्माण 5 लाख 38 हजार रूपये, दूसरा नाली निर्माण मोतीलाल घर से हरिकिशुन घर तक 150 मीटर 5 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत हुवा था। जिसका एजेंसी ग्राम पंचायत सेरंगदाग हैं, उक्त दोनों कार्य कों सेरंगदाग का बर्खास्त रोजगार सहायक हरिगोविंद यादव द्वारा अधिकारियों से सांठ-गांठ करके कार्य को बहुत ही घटिया स्तर का करवा रहा हैं। छड़ का उपयोग भी स्टीमेट से एकदम कम कर रहा है। नाली निर्माण में एक इंच बेस और बेस के ऊपर छड़ भी नहीं बिछाया गया हैं तथा यू वाला छड़ भी अढ़ाई फिट की दूरी में डाला जा रहा हैं। इस नाली का निर्माण इतना निम्न स्तर का है कि यह एक बरसात भी नहीं झेल चल पाएगा। ग्राम पंचायत के उपसरपंच ने नाली निर्माण की जिले स्तर से जांच करवाकर दोषियों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की हैं।

ग्राम पंचायत सेरंगदाग के उपसरपंच उमेश यादव ने बताया की शिकायत के बाद निर्माण कार्य को देखने आरईएस शाखा के एसडीओ और इंजिनियर आये थें। नाली निर्माण कार्य में छड़ कम लगाया जाना देख कर छड़ लगाने बोलें और चले गए जिसके अगले दिन सिर्फ फोटो खींचने के लिए छड़ का टुकड़ा नाली के बेस में फसाकर खानापूर्ति किया गया। जिसे बाद में निकाल कर नाली का वाल ढाल दिया गया तथा आगे किसी प्रकार की नाली निर्माण सुधार के लिए कार्यवाही नहीं किया गया हैं। जनपद स्तर के अधिकारीयों की कार्यप्रणाली से प्रतीत हों रहा हैं की सभी का मिली भगत हैं।

बलरामपुर-रामानुजगंज कलेक्टर रिमीजीयुस एक्का ने कहा शिकायत की गई हैं तो जाँच करा कर आगे की कार्यवाही की जावेगी

उक्त मामलें में जनपद पंचायत सीईओ संजय दुबे ने कहा मुझे जैसे ही शिकायत मिली थीं मैने तुरंत निरीक्षण के लिए टेक्निकल टीम भेज दिया था। जिनके द्वारा प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया गया और जो समस्या थी उसका निराकरण करा दिया गया था। स्थिति यथावत होने के सवाल पर उन्होंने कहा हमारे पास एक ही टेक्निकल टीम हैं एसडीओ और इंजीनियर, जांच के बाद भी शिकायत हैं तो फिर से जांच के लिए टीम भेजूंगा। वहीं 20 प्रतिशत कमीशन के आरोप को उन्होंने गलत बताया।

उक्त मामलें में जब ग्रामीण यंत्रिकी सेवा शाखा कुसमी के एसडीओ से बात की गई तो उन्होंने कहा शिकायत मिली थीं. हमलोग गए थें कम छड़ डाला गया हैं जिसे सुधारने कहा गया था।



पुरे मामलें में भाजपा नेता व पूर्व जनपद पंचायत कुसमी के उपाध्यक्ष जन्मजय सिंह ने कहा हैं अधिकारीयों की मिली भगत से केंद्र के काम में लापरवाही बरती जा रहीं हैं। इस मामले में कमीशन खोरी भी जमकर हुई हैं मुझे दर्जनों पंचयात स्तर के क्षेत्रवासियों ने इसकी जानकारी दी हैं। इस मामले को हाई कमान तक पंहुचा कर जो भी उचित कार्यवाही होंगा कराने का प्रयास करूँगा।

केंद्र से स्वीकृत कार्यों का 20 प्रतिशत कमीशन देकर हों रहा काम

नाम न छापने की शर्त पर पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों ने बताया हैं की यह कार्य केंद्र से स्वीकृत होकर ग्राम पंचायत में आया हैं उसके बाद भी निर्माण कार्य पंचायत में करने के लिए 20 प्रतिशत कमीशन की वसूली की गई हैं. आगे बताया गया की केंद्रीय जनजाति कार्य राज्यमंत्री एवं सरगुजा सांसद रेणुका सिंह के विभाग के मद से यह कार्य स्वीकृति हुवा हैं जिस कारण उन्हें भी इस मामलें की जानकरी फोन पर दी गई हैं. उसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारीयों की मिली भगत से अघोषित ठेकेदारों द्वारा घटीया निर्माण कार्य किया जा रहा हैं पूरा मामला जाँच का विषय हैं।

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