सूरजपुर: कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.एस. सिंह, के मार्गदर्शन में आज डॉ. रमेश कुमार त्रिपाठी, डी.एच.ओ, डॉ. किशोरी लाल धु्रव, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, डॉ. जे.एस.आर सकता जिला कुष्ठ अधिकारी, श्री गनपत कुमार नायक, डी.पी.एम. डॉ. दीपक मरकाम जिला नोडल अधिकारी राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण की गरिमामयी में विश्व पर्यावरण दिवस जिला चिकित्सालय के सभाकक्ष में मनाया गया। जिसमें बी.एम. एवं आईएनआरसी नर्सिंग कॉलेज के छात्राओं के द्वारा जनजागरूकता फैलाने हेतु पोस्टर मेकिंग, भाषण प्रतियोगिता एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता के माध्यम से प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले दुष्प्रभाव को विस्तृत रूप से प्रदर्शित किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र, छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर उनका मनोबल बढ़ाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि पर्यावरण में फैला प्रदुषण धीरे-धीरे वैश्विक संकट बनते जा रहा है, जिसके प्रति लोगो को जागरूक करने के लिए 05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उददेश्य यह है कि पर्यावरण को लेकर लोगों को जागरूक किया जा सके। पर्यावरण की सुरक्षा की अहमियत को देखते हुये वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने इसे मनाने का फैसला लिया। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को कम करने के थीम के साथ मनाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा हमें भी इस अभियान का हिस्सा बनना चाहिए। प्लास्टिक खासतौर पर पॉलिथीन बैग इस्तेमाल न करने का संकल्प लेना चाहिए। दूनिया में हर साल 40 करोड़ टन प्लास्टिक कचरे का उपयोग होता है। यह कचरा हमारे पर्यावरण को दूषित कर रहा है। प्लास्टिक में ऐसे विषैले रसायन होते है जो मनुष्यों और प्रकृति के लिए जोखिम पैदा करते है। हमें प्लास्टिक के उपयोग में कमी लानी होगी। आज हम यह संकल्प ले कि हम कम से कम एक पौधा अवश्य लगायेगें। तभी विश्व पर्यावरण दिवस मनाना सार्थक होगा। हमें भौतिक सुख सुविधाओं में कमी लाना होगा।
इस कार्यक्रम में डॉ. जसवंत कुमार दास, एपिडेमोलॉजिस्ट, सुरेश कुमार गुप्ता मीडिया प्रभारी स्वास्थ्य विभाग, जमील हसन, श्री अमित, राहुल मांझी एवं नर्सिंग कॉलेज के शिक्षक उपस्थित रहें।