सूरजपुर: कलेक्टर संजय अग्रवाल ने ओड़गी विकासखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्र बिहारपुर क्षेत्र के समस्याओं से अवगत होने सहित विभिन्न निर्माण कार्याे का अवलोकन करने के लिए पूरे दिन दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने पुलिस विभाग से जानकारी लेते हुए कहा कि इस बॉर्डर से किसी प्रकार का कोई नशीली पदार्थ तो नहीं आता है, अगर आता है तो उस पर कड़ी नजर बनाए रखें। जिला प्रशासन टीम और कलेक्टर ने नवीन कॉलेज का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कॉलेज के प्रोफेसर के साथ बैठ कर कॉलेज की जानकारी ली। जिसमें वहां कार्यरत स्टॉफ, प्रोफेसरों की संख्या के साथ ही अध्ययन करने वाले छात्रों की संख्या जानी। स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का भी निरीक्षण किया। नवीन भवन स्वीकृत तहसील बिहारपुर का जगह को भी देखा। ग्रामीणों ने कलेक्टर को अवगत कराया कि जो तहसील भवन बन रहा है। वह बिहारपुर में ही बने, ताकि ग्रामीणों को आने जाने की परेशानी न हो। इस बात को भी कलेक्टर ने गंभीरतापूर्वक सुनी। सघन दौरे के क्रम में कलेक्टर ने शासकीय भवनों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ ही प्रांगण में फलदार व छावदार पौधों का रोपण करने निर्देशित किया है।
उन्होंने ग्राम पंचायत मोहरसोप में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया। जहां पर उन्होंने माताओं एवं बच्चों से जानकारी से अवगत हुए। उन्होंने माताओं से पूछा किसी प्रकार कोई परेशानी तो नहीं आ रही है। इसी बीच कुछ ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की मोहरसोप गोटियापारा में सोलर पंप की आवश्यकता है। इस पर कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा यहां पर सोलर पम्प अवश्य लगाया जाएगा। कलेक्टर ने सभी विभागों को चांदनी क्षेत्र में सरकार के द्वारा दी जा रही योजनाओं के बारे में भी जानकारी देने एवं ग्रामीणों तक लाभ पहुंचाने के लिए बोले और ग्रामीणों का समस्या का समाधान तत्काल निराकरण करने के लिए निर्देश दिए।
कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास ओड़गी परियोजना अधिकारी से बिहारपुर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों की जानकारी ली। जिसमें बिहारपुर क्षेत्र के आसपास के सभी कमजोर बच्चों को अब चिकित्सक की निगरानी में इस केंद्र में रखा जाएगा एवं आवश्यक उपचार के साथ पौष्टिक आहार जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के मापदंड अनुसार अति गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए निर्धारित की जाती है, उपलब्ध कराया जाएगा। इस विशेष पोषण आहार केंद्र के माध्यम से इस सुदूरवर्ती क्षेत्र के सभी कमजोर बच्चों को सुपोषित होने का शुभ अवसर प्राप्त होगा। निःसंदेह प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का ही प्रतिफल है कि जिले में विगत 4 साल में 16000 से अधिक बच्चे सुपोषित हुए हैं। इस अभियान को सफल बनाने हेतु माननीय मुख्यमंत्री के मंशानुरूप जिला प्रशासन सतत् प्रयत्नशील है। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के जिला अधिकारी को इस केंद्र के समान शत प्रतिशत संचालित करने हेतु निर्देशित किया है। जिससे सभी पात्र हितग्राहियों को समय सीमा के भीतर सुपोषित किया जा सके। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों की साफ-सफाई, रंग-रोगन के साथ परिसर में बाड़ी विकास के अंतर्गत फलदार पौधों का रोपण करने कहा जिसमें मुख्य तौर पर मुनगा के पौधे का रोपण करने निर्देषित किया है।
कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बनाए जा रहे अमृत सरोवर निर्माण योजना के तहत ग्राम पंचायत पालदनौली में बनाए जा रहे अमृत सरोवर तालाब का निरीक्षण किया गया। बांक के सुपाझरिया नाला में नरवा ट्रीटमेंट का कार्य किया जा रहा है। सुपाझरिया नाला में गेबियन, अंडरग्राउंड डाईक निर्माण के साथ-साथ एलबीसीडी, बीडब्ल्यूसीडी, ब्रस वुड का निर्माण कर नरवा उपचार का कार्य किया गया है। जिसमें बन रहे गेबियन, अंडर ग्राउंड डाईक का निर्माण कार्य का अवलोकन किया गया।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम, एसडीएम सागर राज सिंह, कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया, ईई पीडब्ल्यूडी महादेव लहरे, ईई जितेन्द्र देेवांगन, जनपद सीईओ रनवीर साय, एपीओ कृष्णमोहन पाठक, पीओ महेन्द्र कुशवाहा, अशोक साहू, सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।