बलरामपुर। बलरामपुर जिले के राजपुर थाना अंर्तगत नरसिंहपुर गांव में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रो की भूमि पर दबंगो ने कब्जा कर खेती किसानी कर है। पहाड़ी कोरवा महिलाएं- पुरूषों ने राजपुर थाना, तहसील, एसडीएम, कलेक्टर व कमिश्नर कार्यालय को ज्ञापन सौंप भूमि से दबंगों का कब्जा हटाने और कार्रवाई की मांग की हैं।
ग्राम नरसिंहपुर निवासी 55 वर्षीय रघुवीर पिता घुनसी पहाड़ी कोरवा, 53 वर्षीय बालगोविंद पिता घुनसी पहाड़ी कोरवा, 62 वर्षीय कलम पिता मुंशी पहाड़ी कोरवा, 65 वर्षीय रामनारायण पिता मुंशी पहाड़ी कोरवा ने ज्ञापन सौंप कहा कि भूमि कंपार्टमेंट पी- 2745 में क्षेत्रफल 0.040 हेक्टेयर एवं क्षेत्रफल 0.240 हेक्टेयर वन भूमि का पट्टा शासन से मिला है। सर्वे सेटलमेंट काल से वन भूमि को कृषि योग्य बनाकर कृषि कार्य किया जाता था जिसे छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उन्हें वन भूमि अधिकार हक का पट्टा कंपार्टमेंट पी- 2745 में उनके कब्जे के अनुसार क्षेत्रफल के हिसाब से पट्टा प्रदान किया गया है। उस भूमि पर पहले मक्का, कुरथी, जटंगी, अरहर की खेती करते आ रहे हैं। उस भूमि पर ग्राम नरसिंहपुर निवासी 50 वर्षीय रामसूरत यादव पिता विश्वनाथ यादव व पुत्र 25 वर्षीय सतेंद्र यादव पिता रामसूरत यादव ने ट्रैक्टर से भूमि को जुताई कर भूमि पर मक्का लगा दिए हैं। ज्ञापन में यह भी कहा कि भूमि पर कब्जा करने वाले सामान्य जाति के व्यक्ति हैं उनका प्रभाव पूरे गांव में है इनसे सारे लोग डरते हैं, इनका मनोबल काफ़ी बढ़ गया है। बार-बार धमकी देते हैं कि कोरवा तुम लोग गांव छोड़कर भाग जाओ नहीं तो तुमको इसी खेत में काटकर गाड़ देंगे हम जिंगदी भर केस लड़ेंगे मगर जमीन नहीं छोड़ेंगे। इस से पहाड़ी कोरवा काफी भयभीत हो गए हैं। थाना प्रभारी अमित गुप्ता बोले ज्ञापन को दिखवाता हूं जांच उपरांत ग़लत पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
चंद्रगढ़ और गागर नदी के ऊपर पहाड़ी कोरवाओं की भूमि पर कब्ज़ा
राजपुर मुख्यालय से 5 किमी दूर चंद्रगढ़ और गागर नदी के ऊपर पहाड़ी कोरवाओं की भूमि पर दबंगो का कब्जा है। पहाड़ी कोरवाओं की भूमि पर कुछ लोग कब्जा कर हल्का पटवारी से मिलकर भूमि को दूसरे के नाम पर नामांतरण करा लिए है। नामांतर के बाद कुछ लोग भूमि को बेच भी दिए हैं।