कुसमी/अम्बिकेश गुप्ता: बलरामपुर जिला के जनपद पंचायत कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायत कंजिया में राज विद्या केंद्र के सदस्यों ने आपसी जनसहयोग कर वर्ष 2020 में प्रारम्भ की गई पूर्व के भवन को विधायक मद से आठ लाख की राशि स्वीकृति करा कर विधायक प्रतिनिधि व मंडी अध्यक्ष पर छल पूर्वक अग्रिम राशि आहरण किए जाने सम्बंधित आरोप लगाते हुवें जाँच व कार्रवाई की मांग कलेक्टर बलरामपुर से की थीं. मामलें में जाँच टीम गठित कर प्रक्रिया शुरू की गई हैं।
उल्लेखनीय हैं की जाँच के लिए तीन सदस्यों की गठित टीम में जाँच दल के अध्यक्ष प्रभारी सीईओ कुसमी अभिषेक पाण्डेय हैं तथा सदस्य शंकरगढ़ आरईएस शाखा के प्रभारी एसडीओ जानू राम सोनवानी व वरिष्ठ करारोपण अधिकारी कुसमी महेश बुनकर शामिल हैं. इस मामलें में सर्वप्रथम सोमवार 24 जुलाई को जनपद पंचायत कुसमी प्रभारी सीईओ अभिषेक पाण्डेय सहित जाँच टीम ने निर्माण स्थल पर जाकर मौके पर निरिक्षण किया. सोमवार को पहुचे जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ ने राज विद्या केंद्र के लोगों से बुधवार को जाँच के लिए ब्यान लिए जाने की बात कही थीं. जाँच टीम के द्वारा बुधवार को भी राज विद्या केंद्र के लोगों का ब्यान नहीं लिया जा सका.
बुधवार को मामलें में प्रभारी सीईओ कुसमी सह पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अभिषेक पाण्डेय ने कहा जाँच टीम जिले से गठित हुई हैं. जिसमे तीन सदस्य शामिल हैं. जाँच प्रक्रियाधीन हैं. सोमवार को निर्माण स्थल जाने के सवाल पर उन्होंने कहा निरिक्षण के लिए गए थें.
क्या हैं पूरा मामला..
जनपद पंचायत कुसमी के ग्राम पंचायत कंजिया, राज विद्या केंद्र के बगल में सामुदायिक भवन निर्माण किए जाने के मामलें में विधायक प्रतिनिधि राशिद आलम व मंडी अध्यक्ष कुसमी बालेश्वर राम पर फर्जीवाडा का आरोप लगाकर फर्जी तरीके से सांठ – गांठ कर छल पूर्वक अग्रिम राशि निकालने के सन्दर्भ में उक्त केंद्र के सदस्यों ने सर्वप्रथम 21 जून 2023 को बलरामपुर कलेक्टर को प्रतिवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थीं. इसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री बलरामपुर, पंचायत मंत्री, जिला सीईओ, एसडीएम कुसमी को भी दी थीं. इस ओर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने पर 19 जुलाई 2023 को कमिश्नर सरगुजा संभाग व पुनः कलेक्टर बलरामपुर को कुसमी एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन देकर अवगत कराया था उक्त मामलें में कार्यवाही नहीं की जाती हैं तो सभी एसडीएम कार्यालय कुसमी का घेराव करेंगे तथा उग्र आंदोलन की जावेगी. इस ओर ध्यान आकर्षित करते हुवें बलरामपुर कलेक्टर ने जाँच टीम गठित की हैं. तथा एक निश्चित समयावधी में जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने का आदेश जारी किया हैं.
चुनाव आयोग को संज्ञान लेने की जरुरत…
इस मामलें को लेकर लोगों के बिच चर्चा हैं की वर्तमान में कुसमी ब्लॉक के कई मामलें में भ्रष्टाचार का खुलासा होना शेष है. कई विभागों में अंगद के पांव की तरह अधिकारी और कर्मचारी गिद्ध मारकर बैठे हुए हैं जो कहीं न कहीं आगामी चुनाव का लाभ दिलाने के लिए व्यक्तिगत रूप से कार्य कर रहे हैं. जिन्हें जिले के बाहर अनयंत्र हटाकर चुनावी साल में स्थानीय जनप्रतिनिधी या प्रतिनिधी से जुड़े मामले में तथा विधायक व सांसद मद से स्वीकृति मिले कार्यों के मामलें में निष्पक्ष त्वरित जाँच व कार्यवाही हों सकें. इसके लिए लंम्बे समय से एक ही स्थान पर जमे कुसमी ब्लॉक के अधिकारीयों की गोपनीय सूची तैयार कर त्वरित हटाया जाना जरुरी हैं. इससे लोकतंत्र का विश्वास स्थिर रहेगा.