महासमुंद: महासमुंद जिले में आज एक सवारी बस के चालक ने राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर 17 मवेशियों को अपनी चपेट में ले लिया। घटना के बाद चालक वाहन छोड़ मौके से फरार हो गया।

बता दें कि, शहर के अंदर व बाहर आवारा मवेशियों के जमावड़े ने पालिका व प्रशासन की नाक में दम कर रखा है। शहर के अंदर तो सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों की लगातार धरपकड़ की जा रही है, बावजूद सड़कों पर हर रोज मवेशियों की संख्या बढ़ रही है। वहीं हाइवे पर जमे मवेशियों को हटाने कोई प्रयास नजर नहीं आ रहा है। इसका ताजा उदाहरण आज सुबह देखने को मिला जब, सरायपाली से रायपुर की ओर जा रही बस क्रमांक सीजी 04 एम ए 7914 के चालक ने राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर कोडार काष्ठागार के सामने सड़क पर बैठे मवेशियों के एक झुंड पर वाहन चढ़ा दिया जिससे 17 मवेशियों की मौत हो गयी। घटना के बाद चालक बस को छोड़ चाबी लेकर फरार हो गया। घटना की जानकारी कुछ स्थानीय लोगों ने तुमगांव पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे प्रभारी मनोरथ जोशी ने पहले राजमार्ग पर लग रहे वाहनों के जाम को बहाल किया। फिर मवेशियों के शव को हटाने व बस को राजमार्ग से हटाने के लिए नगर पालिका महासमुंद से जेसीबी मंगाकर शवों को हटाया। उन्होंने बताया कि घटना में कुल 17 मवेशियों की मौत हुई है। जिसमें गाय, बैल सहित बछड़े-बछिया शामिल है।

राजमार्गों से मवेशियों को हटाने प्रशासन गंभीर नहीं
बता दें कि वैसे तो सालभर सड़कों पर मवेशी दिखते है पर बरसात के दिनों में गीली जगह से बचने मवेशी सड़कों पर अपना बसेरा बना लेते हैं। शहरों में आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई तो की जाती है पर शहर के बाहर खासकर राष्ट्रीय व राज्यमार्गों पर बैठे मवेशियों को पकड़ने प्रशासन गंभीर नहीं है। इधर, रोका-छेका का भी कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। बरसात के दिनों में आवारा मवेशियों के सड़क पर घूमने और बैठने से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले साल भी कई मवेशियों की भारी वाहनों की टक्कर और कुचलने से गौधन की हानि भी हुई है। साथ ही मवेशियों के टकरा जाने से छोटे वाहन चालकों की मौत व घायल होने के लगातार मामले आ चुके हैं।

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