अम्बिकापुर: हरेली तिहार के दिन से शुरू हुए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तीसरे चरण की शुरुआत 18 अगस्त से हो गई है। तीसरे चरण में यह प्रतियोगिता विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर पर 23 अगस्त तक आयोजित की जाएगी। पहले चरण में राजीव युवा मितान क्लब स्तर की प्रतियोगिता 17 जुलाई से 22 जुलाई तक एवं दूसरे चरण में जोन स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन 26 जुलाई से 31 जुलाई तक किया गया था। जोन स्तर के ग्रामीण क्षेत्रों में विजेता प्रतिभागी एवं दल आयुवार एवं वर्गवार विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता में एवं शहरी क्षेत्रों में विजेता प्रतिभागी एवं दल आयुवार एवं वर्गवार नगरीय क्लस्टर स्तर की प्रतियोगिता में खेल रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर वर्ष 2022 में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने, खेलों के प्रति जागरूकता फैलाने, खिलाड़ियों को अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत की गई। पिछले दो चरणों में जिस उत्साह के साथ लोगों ने पारम्परिक खेलों में हिस्सा लिया, उसके दोगुना उत्साह खिलाड़ियों में अब देखने मिल रहा है। जैसे-जैसे प्रतियोगिता आगे बढ़ती जा रही है प्रतिभागियों में जीत हासिल कर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में विजेता बनने का जुनून दिखाई दे रहा है। चौथे चरण में जिला स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन 27 अगस्त से 04 सितंबर तक, पांचवे चरण में संभाग स्तर पर 10 सितंबर से 20 सितंबर तक और अंतिम में राज्य स्तर स्पर्धाएं आयोजित होंगी। जिसका आयोजन 25 सितंबर से 27 सितंबर तक होगा।छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित की जा रही है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं।