कोरबा। छत्तीसगढ स्कूल शिक्षा विभाग ने साल भर पहले पोड़ी उपरोड़ा में पदस्थ विकासखंड शिक्षा अधिकारी लोकपाल जोगी सहित बीईओ कार्यालय के अंतर्गत आने वाले छह कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। लंबे समय से काम पर अनुपस्थित कर्मचारियों से लेने देन कर पदभार देने के मामले में यह कार्रवाई की गई है। निलंबन अवधि में सभी कर्मचारियाें का कार्यक्षेत्र संभागीय संयुक्त संचालक कार्यालय होगा।
पोड़ी उपरोड़ा में पदस्थ रहे बीईओ लोकपाल जोगी तत्कालिन पर कई शिकायतें आई। उन पर लगे विभिन्न आरोपों के अनुसार उन्होने सहायक शिक्षक संतोष मानिकपुरी को साढ़े पांच साल तक गायब रहने के बाद ज्वाइन करवा लिया। इस मामले में उच्च अधिकारियोें से अनुमति तक नहीं ली गयी। वहीं सहायक शिक्षक विष्णु कुमार भी नौ महीने तक स्कूल से गायब रहे, जिन्हें उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाए बगैर बीईओ जोगी ने मनमाने तरीके से ज्वाईन करा लिया। यही नहीं एक भृत्य बहादुर राम को 72 महीने का अवकाश स्वीकृत कर दिया गया और उसका वेतन निकाला गया। उसी तरह एक अन्य भृत्य बिसुराम भी मार्च 2021 से अप्रैल 2022 तक अनुपस्थित था, लेकिन उसका वेतन आहरण किया गया।
यही इसी तरह के 12 अलग-अलग मामलों की शिकायत हुई। जिसमें 23 लाख 29 हजार रूपये की गड़बड़ी शामिल था। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए राज्य स्कूल शिक्षा विभाग ने संभाग स्तर पर जांच टीम गठित की थी। मामले में उन पर लगे आरोप सही पाए गए। इस पर स्कूल शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए लोकपाल जोगी पूर्व बीईओ उपरोड़ा कोरबा के अलावा कार्य में सहयोग देने वाले प्रवीण कुमार साहू व्याख्याता, प्रभारी प्राचार्य शाकउमावि पसान, बृजेंद्र कुमार वानी कंप्यूटर आपरेटर, रामेश्वर प्रसाद बनवा प्रधान पाठक, माध्यमिक आश्रम शाला कोनकोना, प्रदीप कुमार मिश्रा सहायक ग्रेड तीन व छवि कुमार गहिरवार सहायक ग्रेड तीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।