नई दिल्ली: लीबिया में छह महीने से बंधक 17 भारतीय युवकों को छुड़ा लिया गया है। वे सकुशल घर लौट आए हैं। इनमें अधिकांश युवक हरियाणा व पंजाब के रहने वाले हैं। उन्हें एक एजेंट ने इटली के बदले लीबिया भेज दिया था।
एजेंट ने इटली भेजने के नाम पर हर युवक से 13 लाख रुपये लिए थे। वहां पहुंचने पर भारतीयों को लीबिया के जवारा शहर में एक सशस्त्र समूह ने बंदी बना लिया था। युवकों की सकुशल वापसी के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दूतावास के अधिकारियों की सराहना की है। बंधक भारतीयों को छुड़ाने में ट्यूनीशिया स्थित भारतीय दूतावास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
परिवार से जुड़े लोगों ने 26 मई 2023 को विंदेश मंत्रालय के संज्ञान में यह मामला लाया था। दूतावास की ओर से लीबिया के अधिकारियों से संपर्क किया गया। 13 जून को भारतीय नागरिकों को बचाने में लीबियाई अधिकारी सफल रहे, लेकिन उन्हें हिरासत में रखा, क्योंकि वे अवैध रूप से देश में दाखिल हुए थे।
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों व ट्यूनीशिया में दूतावास की ओर से उच्चस्तरीय हस्तक्षेप के बाद लीबियाई अधिकारी उन्हें रिहा करने पर सहमत हो गए। लीबिया में प्रवास के दौरान भारतीय दूतावास की ओर से युवकों की जरूरतों का ध्यान रखा गया। उनके पास पासपोर्ट नहीं था, इसलिए भारत आने के लिए आपातकालीन प्रमाणपत्र जारी किए गए।