डेस्क।भूकंप, एक ऐसी आपदा जिसे रोकना नामुमकिन है। यही कारण है कि इसका उपाय सिर्फ और सिर्फ सावधानी व सतर्कता है। प्राकृतिक आपदाओं के लिए पहले से ही तैयार रहना, कुछ हद तक भूकंप जैसी आपदाओं से होने वाली तबाही को बचा सकती है।
अफ्रीका के मोरक्को में आठ सितंबर की रात को आए विनाशकारी भूकंप ने पूरे विश्व में तहलका मचा दिया है। इस भूकंप से दो हजार से अधिक लोगों के मरने की पुष्टि की गई है। मोरक्को से पहले भी भूकंप ने विश्व के कई देशों में भयंकर तबाही मचाई है। इस कड़ी में आज हम विश्व के उन दस भूकंप के बारे में चर्चा करेंगे, जिनसे हुए विनाश को सोचकर आज भी रूह कांप जाती है…
1.प्रिंस विलियम साउंड, अलास्का
अमेरिका के अलास्का में दिनांक 28 मार्च, 1964 को आए भूकंप की तीव्रता 9.2 आंकी गई थी। उस दौरान इस भूकंप के झटके कनाडा सहित आसपास के इलाकों में महसूस किए गए थे। जानकारी के अनुसार, उस दौरान पृथ्वी लगभग तीन मिनट तक हिलती रही थी।
2. वाल्डिविया, चिली
चिली में 22 मई, 1960 को आए भूकंप ने 1655 लोगों की जान ले ली थी, वहीं इसमें लगभग तीन हजार लोग घायल हुए थे। भूकंप के बाद तकरीबन बीस लाख लोगों को विस्थापित किया गया था। आपदा की वजह से चिली को तकरीबन 550 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ था। भूकंप की तीव्रता 9.5 दर्ज की गई थी।
3. गुजरात, भुज
भारत के गुजरात में भुज में आए भूकंप की तीव्रता 7.7 आंकी गई थी। इस भूकंप से पूरा शहर मलबे के ढेर में बदल गया था। कच्छ और भुज में तीस हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी। वहीं तकरीबन डेढ़ लाख से ज्यादा लोग भूकंप से प्रभावित हुए थे।
4. पाकिस्तान, क्वेटा
पाकिस्तान के क्वेटा में 8 अक्टूबर, 2005 को आए भूकंप ने 75 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी, वहीं, अस्सी हजार लोग घायल हुए थे। भूकंप की तीव्रता 7.6 दर्ज की गई थी।
5. इंडोनेशिया, सुमात्रा
इंडोनेशिया के सुमात्रा में 11 अप्रैल, 2012 को आए भूकंप की तीव्रता 8.6 दर्ज की गई थी। भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी। इस भूकंप में 227,898 लोगों की मृत्यु हुई थी।
6. जापान, फुकुशिमा
जापान के फुकुशिमा में 11 मार्च, 2011 को आए भूकंप ने 18 हजार से अधिक लोगों की जान ली थी। उस दौरान जापान आपदाओं का दंश झेल रहा था। भूकंप के तुरंत बाद जापान में सुनामी आई, जिसका असर लाखों लोगों पर पड़ा।
7. फ्रांस, हैती
फ्रांस के हैती में 13 जनवरी, 2010 को आए भूकंप की तीव्रता 7.0 आंकी गई थी। इस भूंकप में तकरीबन 3 लाख 16 हजार लोगों की जान गई थी। वहीं, भूकंप से अस्सी हजार इमारतें नष्ट हो गई थीं।
8. नेपाल
में 25 अप्रैल, 2015 को आए भूकंप ने आठ हजार लोगों की जान ले ली थी, इस बीच भूकंप की तीव्रता 8.1 मापी गई थी। भूकंप के झटके भारत और इसके पड़ोसी देशों में भी महसूस किए गए थे।
9. दक्षिणी अमेरिका, चिली
चिली में 22 मई, 1960 को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता 9.5 मापी गई। यह दुनिया का सबसे भयावह भूकंप माना जाता है, इसमें लगभग आठ लाख लोगों की मौत हो गई थी।
10. दक्षिणी अफ्रीका, मोरक्को
अफ्रीका के मोरक्को में आए भूकंप से अब तक दो हजार लोगों की जान चली गईं। हालांकि अभी भी आंकड़ा स्पष्ट नहीं है।