[responsivevoice_button voice=”Hindi Female” buttontext=”Listen to Post”]
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस वे की सौगात देने जा रहा है। सुल्तानपुर जिले के करवल खीरी में पीएम मोदी 341 किलोमीटर लंबे इस पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। एक्सप्रेस वे को बनाने में कुल 36 महीने लगे, जबकि इसमें कुल लागत 22,500 करोड़ रुपये की आई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश को इस एक्सप्रेस वे से सीधा फायदा मिलेगा। लखनऊ से गाजीपुर तक एक्सप्रेसवे से नौ जिले जुड़ेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन दोपहर करीब 1:30 बजे होगा। उद्घाटन के बाद,भारतीय वायु सेना द्वारा एक्सप्रेसवे पर निर्मित 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी पर एक एयर शो होगा। सुखोई, मिराज, जगुआर सहित वायुसेना के 11 विमान करतब दिखाएंगे। सुल्तानपुर जिले में एक्सप्रेसवे आपात स्थिति में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक आफ करने में सक्षम होगी। सोमवार को पीएम मोदी ने एक्सप्रेस वे की तस्वीरें शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के विकास पथ के लिए कल का दिन विशेष है। दोपहर 1:30 बजे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन होगा। यह परियोजना अपने साथ यूपी की आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए कई लाभ 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित ग्राम चौदसराय, जिला लखनऊ से शुरू होकर उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से 18 किलोमीटर पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित गांव हैदरिया पर समाप्त होता है। आठ स्थानों पर औद्योगिक गलियारा विकसित किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। सुलतानपुर जिले में सबसे लंबा परिक्षेत्र 103 किमी लिया गया है, यहां तीन स्थानों का होगा चयन। यह एक्सप्रेस वे 6 लेन का है, जिसे भविष्य में 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है। लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से विशेषकर लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिलों के आर्थिक विकास को गति देने का काम करेगा।