अम्बिकापुर: छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उईके से उनके सरगुजा प्रवास के दौरान सर्किटहाउस अम्बिकापुर में मिलकर अपनी बातें रखी । युवक के कार्यों को महामहिम ने बारीकीपूर्वक देखा। इसके प्रोफाइल और समय समय पर प्रिंट मिडिया में प्रकाशित सभी दस्तावेजों को गम्भीरतापूर्वक देखते हुआ सत्यम द्विवेदी द्वारा किये गये कार्यों की सराहना किया । सत्यम चाहता है कि जैवविविधता के संरक्षण में राज्य शासन का ध्यान आकृष्ट हो ।

जैवविविधता के संरक्षण से प्रकृतिक आपदाएं कम होती हैं । कृषि विकास को भी फायदा होता है। कुछ जींव मौसम परिवर्तन के भी सूचनादाता है । जैवविविधता के संरक्षण से जलवायु परिवर्तन को भी कुछ हद तक रोका जा सकता है । सत्यम की काबिलियत की पहचान खासतौर पर सरगुजांचल में स्नेककैचर के रूप हुई है । सत्यम के काबिलियत का फायदा शासन और जनता दोनों उठा रही है । इसके कार्य करने से सर्पदंश के मामले में कमी आई है । पर सभी तक शासन द्वारा स्थाईरूप से इस बेरोजगार युवक की प्रबंधन शासन द्वारा नहीं किया गया है । राज्यशासन अन्य वनजीवों को जितनी गम्भीरता से लेती है उतनी प्रथमिकता से उनके एजेंडा में साँप नहीं है । जिस कारण सत्यम के समस्या का समाधान नहीं हो पाया । भालू हो या हाथी इसके लिए वनविभाग का अलग ईकाई काम करती है । यदि देखा जाय तो भालू के हमले से जितना जानमाल की छती होती है उससे कहीं ज्यादा सर्पदंश से लोगों की मृत्यु होती है ।

लगभग विगत दो वर्षों में दस हजार से भी अधिक साँपों का रेस्क्यू कर लाखों लोगों को सर्पदंश से सत्यम ने बचाया है । आये दिन इसके दरवाजे पर शासन की गाड़ी पहुँचती है एक आवाज पर सत्यम दिन हो या रात, सेवा देने के लिए हाजिर हो जाता है । इसके इस समाजसेवा से अभिभावक भी चिन्तित रहते हैं । उन्हें भय रहता है बेटा दो बजें रात को साँप पकड़ने गया है कहीं कुछ हो जाय तो क्या करेंगे । पर सत्यम का जुनून और हुनर दोनों काबिलेतारीफ है । सत्यम जिले के उच्च अधिकारियों, राज्य के कई मंत्रीगण एवं मुख्यमंत्री महोदय भूपेश बघेल से भी मिल चुका है । जिलास्तर पर साँप पकड़ने का शासन की कोई ईकाई नहीं है जिसकारण सत्यम को नोकरी नहीं मिल पाई । सत्यम को महामहिम राज्यपाल महोदया से एक उम्मीद है सायद इस होनहार युवक का कल्याण हो जाय । तारीफ तो बहुत मिला पर बेरोजगारी दुर हो जाय ।


सत्यम के द्वारा एक समाजसेवी संस्था भी बनाया गया है नेचर कन्जर्वेशन सोसायटी आँफ छत्तीसगढ़ जिसमे शहर के अनेक युवा जुड़े है । शहर के युवक सत्यम को आईकॉन मानकर इससे जूड़ते जा रहे हैं । अनुसुईया उईके ने सत्यम कुमार से सविस्तार चर्चा करने के लिए राजभवन रायपुर में आने को कहा है ।

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