कोरबा। कोरबा जिले के कटघोरा वनमंडल में उत्पात मचाने वाले चेतक नामक एक दंतैल हाथी को काबू करने के लिए सूरजपुर जिले के प्रतापपुर से 5 विशेषज्ञ ट्रेकर को बुलाया गया है। चेतक ने पिछले एक माह में 5 लोगों की जान ले चुका है। इनमें 4 महिला व 1 पुरुष है। 20 अगस्त 23 को एतमानगर वन परिक्षेत्र के ग्राम- रिंगनिया के रापेर बस्ती के घर मे सो रही लक्ष्मीन बाई(80),10 सितंबर 23 को केंदई वन परिक्षेत्र के ग्राम- कोरबी निवासी राजकुमारी(39) व उसकी बड़ी ननद पुन्नी बाई (55),12 सितंबर 2023 को पसान वन परिक्षेत्र के ग्राम- पनगवां के बैगापारा बस्ती के घर मे सो रही सोन कुंवर(84) एवं 15 सितंबर 2023 को केंदई वन परिक्षेत्र के ग्राम- कापा नवापारा निवासी मंगल सिंह(74) को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया है। चेतक लगातार क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है जिससे लोगों के बीच खतरा मंडरा रहा है। वहीं वन विभाग के आला अधिकारी उसको कंट्रोल करने के लिए सूरजपुर से पांच विशेषज्ञ की एक टीम को बुलाया है। जहां यह चेतक को कंट्रोल कर उसे झुंड में मिलाने का काम करेगी, ताकि उसका उत्पात कम हो और लोग सुरक्षित जीवनयापन कर सकें।
कटघोरा वनमंडल अधिकारी कुमार निशांत के अनुसार क्षेत्र में विचरण कर रहे हाथियों के झुंड में से एक दंतैल हाथी अलग हो चुका है जो लगातार क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है। पिछले एक महीने में ही 5 लोगों को मौत के घाट उतर चुका है। इस हाथी का नाम चेतक रखा गया है। चेतक को कंट्रोल करने के लिए वन विभाग की टीम लगातार नए-नए तरह का उपाय कर रही है। जहां रात में लगातार इस हाथी की निगरानी हो सके इसके लिए थर्मल ड्रोन कैमरे का सहारा लिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर इस चेतक हाथी को कंट्रोल करने और उसे झुंड से मिलाने के लिए अब सूरजपुर से आये पांच एक्सपर्ट के द्वारा विभागीय की टीम के साथ साथ हाथी मित्र दल के सदस्यों को भी प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है। इतना ही नहीं लगातार चेतक की निगरानी कर लोगों को इस चेतक हाथी के बारे में बता रहै है और उसे अब झुण्ड से मिलाने का प्रयास भी कर रहै है ताकि चेतक अपने झुण्ड से मिल जाए और उसका उत्पात कुछ हद तक कम हो। कटघोरा वनमंडलाधिकारी कुमार निशांत अपनी टीम के साथ दिन और रात 24 घंटे हाथियों की निगरानी कर लोगों को सजग कर सावधान करने में लगे हुए हैं ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सके और जान-माल का नुकसान कम से कम हो।