कोरबा। वनमंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में पसरखेत क्षेत्र से तडक़े पहुंचे 9 हाथियों के दल ने ग्राम जिल्गा में उत्पात मचाते हुए 8 किसानों के धान की फसल को चौपट कर दिया, जिससे उन्हें हजारों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। जानकारी के अनुसार 9 हाथी पसरखेत रेंज में कोल्गा जंगल में विचरण कर रहे थे। तडक़े 4 बजे के लगभग यह दल कुदमुरा वन परिक्षेत्र की सीमा में प्रवेश किया और जंगल के रास्ते जिल्गा गांव के निकट पहुंचकर वहां किसानों के खेतों में लगे धान की फसल को उत्पात मचाकर तहस-नहस कर दिया। ग्रामीणों को हाथियों के दल के आने और उनकी मेहनतों पर पानी फिरने की जानकारी आज सुबह तब लगी जब वे अपने खेतों में फसल को देखने गए तो वहां लगा धान का फसल रौंदा हुआ मिला और खेतों में हाथियों के पांव के निशान थे। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी जिस पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी के साथ नुकसानी के आंकलन में जुट गया है। दो दंतैल पहले से ही यहां के जंगल में मौजूद हैं। इन्हें मिलाकर कुदमुरा रेंज में सक्रिय हाथियों की संख्या 11 हो गई है। उधर कटघोरा वनमंडल में हाथी समस्या लगातार बनी हुई है। यहां के पसान, एतमानगर व केंदई रेंज के जंगलों में बड़ी संख्या में हाथी घूम रहे हैं और खेतों में पहुंचकर ग्रामीणों के फसल को रौंद रहे हैं जिससे उनमें गहरा आक्रोश है। एक लोनर हाथी भी आक्रामक हो गया है। लोनर द्वारा अब तक पांच लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। लोनर के आक्रामक होने के बाद वन अमला उसकी चौबीसों घंटे निगरानी कर रहा है। इसके अलावा थर्मल ड्रोन कैमरे से भी लोनर की निगरानी की जा रही है।
डीएफओ कुमार निशांत स्वयं मॉनिटरिंग के लिए हर रोज रात में जंगल पहुंच रहे हैं और मॉनिटरिंग करने के साथ ही निगरानी में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने की चेतावनी अमले को दे रहे हैं। यह हाथी अभी पसान रेंज के जल्के सर्किल के तनेरा गांव में विचरण कर रहा है। जबकि 41 हाथियों का दल एतमानगर रेंज के बंजारी जंगल पहुंच गया है। हाथियों के दल ने यहां पहुंचने से पहले रास्ते में कई किसानों की फसल को नुकसान किया है जबकि 6 हाथी केंदई रेंज के कोदवारी क्षेत्र में सक्रिय हैं। हाथियों के इस दल को सुबह यहां के जंगल में ग्रामीणों ने विचरण करते हुए देखा।