अम्बिकापुर: भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन में पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए सी-विजिल मोबाइल एप्लीकेशन उपलब्ध कराया गया है। सी-विजिल के माध्यम से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की कुशलतापूर्वक त्वरित रिपोर्ट प्रस्तुत किया जा सकता है। इसके माध्यम से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की गतिविधि को रोकने में मदद मिलती है और निर्वाचन प्रक्रिया पारदर्शी एवं जवाबदेही सुनिश्चित की जाती है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिला पंचायत सभाकक्ष में गुरुवार को निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारी कर्मचारियों को सी-विजिल एप के उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुनील नायक, सीईओ जिला पंचायत नूतन कंवर, अपर कलेक्टर एएल ध्रुव, अपर कलेक्टर एवं रिटर्निंग ऑफिसर लुण्ड्रा टी सी अग्रवाल, एसडीएम एवं रिटर्निंग ऑफिसर अम्बिकापुर पूजा बंसल, तथा एसडीएम एवं रिटर्निंग ऑफिसर सीतापुर रवि राही तथा अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।प्रशिक्षण के दौरान जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी जियाउर रहमान तथा जिला ई-प्रबंधक वैभव सिंह ने सी विजिल एप के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि सी-विजिल सीटीजन मोबाइल एप आम नागरिकों के लिए तथा सी-विजिल इन्वेस्टिगेटर मोबाइल एप उड़नदस्ता टीम द्वारा उपयोग में लाया जाएगा। एप को डॉउनलोड करने,कैप्चर, रिकॉर्ड, शिकायत प्रेषित किए जाने, निवारण आदि प्रक्रियाओ के बारे में जानकारी दी गई। सी विजिल एप में शिकायत मिलने के पश्चात आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होने पर 100 मिनट के भीतर निराकरण होगा।
इस दौरान बताया गया कि सी-विजिल मोबाईल एप्लीकेशन को गूगल प्ले स्टोर एवं एप्पल स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।सी-विजिल मोबाइल एप्लीकेशन निर्वाचन सीमा के भीतर प्रत्येक नागरिक को आवेदन में साइन-इन करके अपने मोबाइल फोन के माध्यम से फोटो, ऑडियो, वीडियो लेकर आदर्श आचार संहिता व व्यय उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है। ऐप नागरिकों को उनके व्यक्तिगत विवरण पहचान का खुलासा किए बिना गुमनाम रूप से शिकायत करने की भी अनुमति देता है। जब उपयोगकर्ता उल्लंघन की रिपोर्ट करने के लिए सी-विजिल में अपने कैमरे को चालू करते हैं, तो ऐप स्वचालित रूप से एक जियो-टैगिंग सुविधा को सक्षम करता है, जिससे फील्ड यूनिट की घटना के सटीक स्थान को जानने में मदद मिलती है। ऐप सभी आदर्श आचार संहिता उल्लंघन व शिकायतों तक पहुंच सकता है और रीयल-टाइम प्रगति की जांच कर सकता है। फील्ड यूनिट द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के बाद निर्णयकर्ता व रिटर्निंग अधिकारी सी-विजिल मामलों पर ड्रॉप, डिसाइड और एस्केलेट जैसी कार्रवाई कर सकते हैं।