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कोरबा। जिले के वनमंडल कटघोरा में हाथियों का आतंक बदस्तूर जारी है। यहां के पसान, केंदई व जटगा रेंज में हाथियों का दल लगातार विचरण कर रहा है। जिसमें 48 हाथी केंदई रेंज अंतर्गत, पोड़ी खुर्द पंचायत के आश्रित ग्राम बड़काबहरा के जंगल में हैं जबकि 6 हाथी जटगा रेंज के लालडीह में उत्पात मचा रहे हैं। पसान रेंज के जल्के सर्किल में मौजूद दो हाथियों ने बीती रात उत्पात मचाते हुए पिपरिया गांव में तीन ग्रामीणों के बरामदे को ढहा दिया। इतना ही नहीं हाथियों ने खेतों में पहुंचकर वहां लगे धान की फसल को तहस-नहस कर दिया। हाथियों द्वारा गांव में उत्पात मचाए जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला तत्काल मौके पर पहुंचा और उत्पाती हाथियों को खदेडऩे के साथ ही जंगलों तक पहुंचाया। जिस पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। इससे पहले हाथियों के उत्पात से ग्रामीण दहशत में रहे और अपने-अपने घरों में दुबके रहे। केंदई रेंज के बड़काबहरा में विचरणरत हाथियों ने भी उत्पात मचाया है।
हाथियों के दल ने ग्रामीणों के खेतों में पहुंचकर वहां लगे खरीफ फसल को रौंदने के साथ ही मटियामेट कर दिया। हाथियों के उत्पात से 14 ग्रामीण प्रभावित हुए हैं जिनको हजारों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। इस बीच दल में शामिल खतरनाक लोनर हाथी एक बार फिर अलग होकर कोइलार गडरा पहुंच गया है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक लोनर के दल से अलग होने से खतरा बढ़ गया है और क्षेत्र में उत्पात की संभावना बनी हुई है। इसे देखते हुए वन अमला सतर्कता बरत रहा है और उसकी विशेष निगरानी में जुटने के साथ ही हाथी के हरकत की जानकारी लगातार अधिकारियों को दे रहे हैं। इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज के गीतकुंआरी व जिल्गा में सक्रिय हाथियों ने धरमजयगढ़ का रूख कर लिया है। हाथियों ने अन्यत्र जाने से पहले रास्ते में पतरापाली गांव में तीन किसानों की फसल को बुरी तरह रौंद दिया है। पीडि़त ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर हाथियों द्वारा रात में किये गए नुकसानी का आंकलन शुरू कर दिया है।