नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की एक तस्वीर लोगों को बड़ी पसंद आ रही है. दरअसल हुआ ये कि महामहिम राष्ट्रपति हाल ही में बिहार यात्रा पर थीं. बिहार दौरे के आखिरी दिन वो गया (Gaya) जिले पहुंचीं थीं. गया से दिल्ली के लिए वापसी करते समय जब उन्होंने अचानक अपनी कार रुकवाई और कुछ दूर खड़े लोगों की ओर बढ़ीं तो उनके सुरक्षाकर्मी भी उनके पीछे-पीछे दौड़े. कार से उतरकर राष्ट्रपति लोगों के बीच करीब 200 मीटर तक पैदल चलीं और बैरियर के उस पार खड़ी जनता से किसी वीवीआईपी के बजाए उनके घर-परिवार के सदस्य की तरह मिलीं. वहां खड़े लोगों से उनका हालचाल जाना.
इस दौरान उन्होंने बच्चों को चॉकलेट गिफ्ट कीं. इस अप्रत्याशित आयोजन की एक तस्वीर लोगों को खूब पसंद आ रही है. जिसमें देखा जा सकता है कि भीड़ में कुछ बच्चे हैं, वो सभी से बात कर रही हैं. इस दौरान वो बच्चों को चॉकलेट देती जा रही हैं. भोले भाले बच्चे बड़े निश्छल होते हैं. उनकी मासूमियत में लोग भगवान का रूप देखते हैं. बच्चे आम और खास का अंतर नहीं जानते. वो बस प्रेम की भाषा समझते हैं. ऐसे में जब राष्ट्रपति मुर्मू ने अपना ममतामयी चेहरा दिखाते हुए उन्हें प्रेम से चॉकलेट दी तो उनके चेहरों की खुशी देखने लायक थी. आपको बताते चलें कि दो दिन पहले बिहार की राजधानी पटना के सिटी चौक पर भी वो लोगों के बीच पैदल चली थीं. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने टिकारी के पंचानपुर स्थित दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षा समारोह में भाग लिया.
छात्राओं की कामयाबी पर खुशी जताई बढ़ाया हौंसला
गया के दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपना संबोधन भी दिया. उन्होंने डिग्री हासिल करने वालों को बधाई देते हुए, उन्हें जीवन में कामयाब होने की शुभकामनाएं दीं. इस दौरान सबसे खास बात ये रही कि यहां से डिग्री लेने वाले 103 स्टूडेंट्स में 66 लड़कियां हैं. वहीं गोल्ड मैडल विजेताओं में भी 25 में से 18 छात्राएं ही हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस दौरान बाबा साहेब, सच्चिदानंद सिन्हा,राजेंद्र प्रसाद से लेकर चाणक्य,आर्यभट्ट के योगदान की चर्चा करते हुए उन्हें भारत का गौरव बताया. इससे पहले राष्ट्रपति ने बिहार के महात्मा गांधी विश्व विद्धालय के पहले दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित किया था.