रायपुर। एग्जिट पोल दिखाने के समय में बदलाव किया गया है. चुनाव आयोग ने अब शाम 5.30 बजे एग्जिट पोल प्रसारित करने की अनुमति दे दी है. छत्तीसगढ़ , राजस्थान, मिजोरम, मध्यप्रदेश और तेलंगाना के एग्जिट पोल आज सभी न्यूज़ चैनलों में दिखाई जाएगी. बता दें कि एग्जिट पोल संभावित रहता है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 90 सीटों के लिए दो चरणों में यानि 7 और 17 नवंबर को हुए मतदान के बाद अब मतगणना तीन दिसंबर को होगी। सियासी दलों के नेता ही नहीं जनता भी चुनाव परिणामों का इंतजार कर रही है, लेकिन इससे पहले एग्जिट पोल से तस्वीर साफ होगी। चुनाव परिणाम से पहले एग्जिट पोल में ही संकेत मिल जाएगा कि किस पार्टी को कितनी सीटें मिल रही है और कौन-सी पार्टी सरकार बनाने जा रही है। बतादें कि 30 नवंबर की शाम तेलंगाना में वोटिंग थमते ही छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना के एग्जिट पोल आने लगेंगे। नकली मनगढ़ंत एग्जिट पोल की बहार आज शाम से सभी एग्जिट पोल एजेंसियों ने एग्जिट पोल दिखाने की घोषणा कर रखी है, वहीं पर न्यूज वेबसाइट, यूटुब तथा अन्य सोशल प्लेटफॉर्म में भी लाखों की संख्या में एग्जिट पोल के क्लिपिंग और कटिंग फर्जी तौर पर दिखाए जाएंगे क्योंकि चुनाव आयोग के नियम के अनुसार 30 तारीख के शाम के पहले एग्जिट पोल प्रसारित करने पर रोक थी।
कई राज्यों में पहले ही चुनाव संपन्न हो चुके हैं अब उन राज्यों में एग्जिट पोल का कोई प्रश्न ही नहीं उठाता हमने पिछले अंक में एग्जिट पोल के बारे में संपूर्ण विवरण अपने समाचार पत्र में दिया था अमूमन सभी एग्जिट पोल करने वाली कंपनियां सभी पार्टी को एक अनुमानित औसत और जनता की राय के अनुसार अपना एग्जिट पोल का आंकड़े ऐसे बताने का प्रयास करेंगे के रिजल्ट के दिन एग्जिट पोल की कंपनियां अपनी बातों में खड़ी उतारे और उन्हें यह बोलने का अवसर मिल जाए कि हमारा एग्जिट पोल सबसे सही और सटीक था बहुत आसान तरीका है एक पार्टी को आप छोटे से राज्य में 5 से 10 का अंतर दिखाकर अपने एग्जिट पोल को सही और सटिक साबित कर सकते हैं। ऐसा ही पांचो राज्यों के चुनाव के एग्जिट पोल में नजर आ सकता है। राजनीति के जानकार अनुमान जता रहे हैं कि एजेंसियां बड़ी पार्टियों को छत्तीसगढ़ में 42 से 49 और 39 से 44 सीट का अनुमान बताए ताकि जब रिजल्ट आए तो जिस भी पार्टी को बहुमत मिले वह उस आंकड़े में फिट बैठे। ऐसे ही राजस्थान, मध्य प्रदेश तेलंगाना और मिजोरम के आंकड़े भी बताए जाएंगे और परिणाम के दिन और परिणाम के दिन यह दर्शाया जाएगा कि हमारा सबसे सटीक और सही अनुमान और एग्जिट पोल था। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में हुए मतदान छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ है। 7 नवंबर को पहले चरण में नक्?सल प्रभावित 20 सीटों के लिए मतदान हुआ, जबकि 17 नवंबर को दूसरे चरण में 70 सीटों के लिए वोटिंग हुई। चुनाव आयोग ऐप वोटर टर्न आउट के मुताबिक दूसरे चरण में 70 सीटों पर 75.08 प्रतिशत मतदान हुआ जोकि वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की तुलना में 1.8 प्रतिशत कम है।
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रदेश में 76.88 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था। पहले चरण में रिकार्ड वोटिंग बता दें कि प्रदेश की 90 में से 20 सीटों पर सात नवंबर को 78 प्रतिशत मतदान हुआ था। बस्तर की 12 और दुर्ग की आठ विधानसभा समेत 20 सीटों पर वोटिंग हुई। इसके पहले हुए चार विधानसभा चुनावों में पहले चरण की 18 सीटों पर हुए मतदान में कभी यह आंकड़ा इतने अंक को नहीं छू पाया था। 2018 में पहले चरण के चुनाव में 76.47 प्रतिशत हुआ था। भाजपा-कांग्रेस ने किया इतनी सीटें जीतने का दावा बता दें कि प्रदेश की कुल 90 सीटों पर बहुमत के लिए 46 सीटें जीतनी होंगी। मतदाताओं के रुझान के आधार पर कड़े मुकाबले की चर्चा हो रही है। कांग्रेस 75 पार तो भाजपा 55 सीट के साथ जीतने का दावा करती दिख रही है। छत्तीसगढ़ में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 71 सीटों पर जीत दर्ज कर 15 साल से सत्?ता पर काबिज भाजपा को बाहर का रास्?ता का दिखाया था। वहीं भाजपा महज 13 सीटें ही जीत सकी। जबकि बसपा और जोगी कांग्रेस ने क्रमश: दो और तीन सीटों पर जीत हासिल की थी।