रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 15 दिन बीते चुके हैं। प्रदेश के लोगों को अब भाजपा के घोषणा-पत्र में किए गए चुनावी वादों के पूरा होने का इंतजार है। इनमें धान खरीदी, रसोई गैस सब्सिडी, महतारी वंदन जैसी महती योजनाओं के संबंध में दिशा-निर्देशों का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। प्रदेश के लोगों में इस बात की चर्चा है कि चुनाव पूर्व घोषित की गई जनहितैषी योजनाओं का लाभ कब से मिलेगा।
प्रदेशभर में धान खरीदी की प्रक्रिया चरम पर हैं। अब तक प्रदेश में 7.86 लाख किसानों से 35.57 लाख टन धान की खरीदी की जा चुकी है। इसके एवज में किसानों को 7,300 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन यह भुगतान किसानों को 2,640 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किया जा रहा है। 3,100 रुपये प्रति क्विंटल का लाभ अभी किसानों को नहीं मिल पा रहा है। जिसका किसानों को बेसब्री से इंतजार है।
इसके अलावा महतारी वंदन योजना में महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपये की राशि प्रदान की जानी है। चुनावी घोषणाएं पूरी करने के लिए भाजपा सरकार को विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश करना पड़ेगा। हालांकि शपथ लेने के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में 18 लाख आवास दिए जाने का वादा पूरा करने को भाजपा सरकार की सधी हुई शुरुआत कहा जा सकता है।
वहीं, दूसरी ओर इसके अलावा इस बैठक में भाजपा की ओर से कोई बड़ी घोषणा नहीं होना चर्चा का विषय बन चुका है। विपक्ष ने भी इस मामले पर सरकार पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसी कई घोषणाएं हैं, जिससे आम आदमी का लाभ जुड़ा हुआ है। इसमें तेंदूपत्ता की 5,500 रुपये प्रति मानक बोरा में खरीदी, आयुष्मान भारत योजना, 10 लाख रुपये तक हेल्थ स्कीम, पीएससी घोटाले की जांच, रसोई गैस सब्सिडी जैसी घोषणाएं शामिल हैं।
उम्मीद है कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही विभागवार अनेक घोषणाएं पूरी की जा सकती हैं। आगामी कुछ दिनों के अंदर ही साय सरकार के मंत्रियों की नियुक्ति हो सकती है। इसके बाद बिना किसी देरी के सरकार को आम जनता से जुड़े मुद्दों पर फोकस करना चाहिए।